सेवा शर्तों के मुताबिक क्यों न खत्म कर दिया जाए अनुबंध

Update: 2022-12-09 18:22 GMT
अयोध्या। सहालग के सीजन में कर्मचारियों की अनुपस्थिति ने रोडवेज महकमे को परेशान कर दिया है। संचालन प्रभावित होने को लेकर विभाग ने अब कड़ा रुख अख्तियार किया है। 10 दिनों के भीतर गैरहाजिर 55 संविदा चालक व परिचालक को नोटिस जारी कर कहा गया है कि क्यों न सेवा शर्तों के मुताबिक उनका अनुबंध खत्म कर दिया जाए, साथ ही गैरहाजिर कर्मियों पर प्रतिदिन 500 रुपये का जुर्माना लगाया है।
रोडवेज डिपो में बसों के संचालन का लगभग दारोमदार संविदा पर तैनात चालक और परिचालकों के जिम्मे है। वर्तमान में तैनात कुल कर्मियों में संविदा चालकों व परिचालकों का हिस्सा लगभग दो तिहाई है। सहालग के सीजन में तमाम संविदा चालक व परिचालक अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। बसों का संचालन प्रभावित हुआ तो अधिकारियों ने निगरानी शुरू की।
ब्योरा खंगाला गया तो पता चला कि 25 और 26 नवंबर से लेकर तीन दिसंबर के बीच डिपो पर तैनात 24 संविदा चालक और 31 संविदा परिचालक गैरहाजिर मिले। इसके बाद सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक की ओर से सभी को नोटिस जारी किया गया है। सूची में शामिल सभी कर्मियों पर रोजाना के हिसाब से 500 रुपये का अर्थदंड रोपित किया गया है। संविदा चालक और परिचालकों से नोटिस जारी कर पूछा गया है कि अनुबंध की शर्तों के मुताबिक उल्लंघन होने के कारण क्यों न उनकी संविदा समाप्त कर सेवा से बर्खास्त कर दिया जाए।
डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक महेश कुमार ने बताया कि बसों के संचालन में आ रही दिक्कतों के मद्देनजर गैरहाजिर संविदा चालक और परिचालकों की सूची तैयार कराई गई है। प्रतिदिन गैरहाजिर रहने पर 500 रुपये का अर्थदंड तय किया गया है। उन्होंने बताया कि सेवा शर्तों के उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है कि क्यों न संबंधित की संविदा समाप्त कर दी जाए।

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