बागपत। विकास भवन आज सोमवार को जंग का अखाड़ा बन गया। जहां शिकायत मिलने पर वन स्टॉप सेंटर पर काउंसलिंग के लिए बुलाए गए यूपी पुलिस के सिपाही व उसके ससुराल वाले आपस में भिड़ गए। जिसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने सिपाही समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला ने बताया कि उसके पति की अगस्त 2020 में मौत होने के बाद परिवार वालों की रजामंदी से देवर के साथ उसकी शादी कर दी गई थी। इसके बाद उसने वर्ष 2021 में एक बेटी को जन्म दिया। आरोप लगाया कि वर्ष 2021 में उसका पति यूपी पुलिस में सिपाही बन गया।
ससुराल वालों ने दस लाख रुपये दहेज मांगना शुरू कर दिया। दस लाख रुपये नहीं मिलने पर उसे साथ रखने से इंकार कर दिया। जिसकी शिकायत पर सोमवार को काउंसलिंग के लिए विकास भवन में वन स्टॉप सेंटर पर बुलाया गया था। जहां काउंसलिंग के दौरान दोनों पक्षों में पहले कहासुनी हुई और फिर मारपीट होने लगी। इस दौरान वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों ने बीच-बचाव कराने का प्रयास भी किया। कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस ने दोनों पक्षों के तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। उधर, कोतवाली प्रभारी संजय कुमार का कहना है कि दोनों पक्षों की तहरीर मिल गई है, जिसमें जांच के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।