उत्तर-प्रदेश: लोकार्पण सूची से हटा नमो घाट और फ्लोटिंग जेटी, अब इन परियोजनाओं का पीएम करेंगे शुभारंभ
पढ़े पूरी खबर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वाराणसी दौरे के दौरान 1775 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात देने वाले हैं। प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं की सूची से नमो घाट व फ्लोटिंग जेटी (कृत्रिम कुंड) को हटा लिया गया है। अब पीएम मोदी वाराणसी में 553.76 करोड़ की 30 परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।
दरअसल, नमो घाट का निर्माण पूरा कर लिया गया है, मगर यहां कुछ काम और प्रस्तावित हैं। इसमें नमस्ते का सबसे बड़ा चौथा स्कल्पचर लगाया जाना है। इसके साथ ही घाट पर जेटी से लगती हुई फ्लोटिंग स्नान कुंड का निर्माण किया जाना है। ऐसे में इन कामों के पूरा होने के बाद इस परियोजना का लोकार्पण किया जाएगा।
जल, थल और नभ से जुड़ेगा नमो घाट
काशी के अर्द्धचंद्राकार घाटों की खूबसूरती में चार चांद लगाने वाला नमो घाट दुनियाभर के सैलानियों के लिए काशी में एक नया ठौर बनेगा। राजघाट से सटे नया बनकर तैयार नमो घाट पर्यटकों की सुविधाओं को खास ख्याल रखकर बनाया गया है। सूर्य नमस्कार (योग) को समर्पित वाराणसी का नमो घाट ना सिर्फ पर्यटकों को रिझाएगा बल्कि काशी के खूबसूरत घाटों की श्रृंखला में एक कड़ी और जोड़ेगा।
घाट काशी का पहला ऐसा घाट होगा जहां जल, थल और नभ मार्ग एक साथ जुड़ेगा। यहां से पर्यटकों को बनारस की गंगा आरती, वॉटर एडवेंचर, संध्या आरती, योग आदि देखने को मिलेगी, साथ ही गंगा का सफर आसान होगा। इस घाट से ही सीएनजी नावों का संचालन होगा और पीएम मोदी गुरुवार को 500 सीएनजी इंजनयुक्त नावों को हरी झंडी दिखाएंगे।
इसी घाट पर फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन भी बनाया गया है। वाराणसी में यह पीएम मोदी का दूसरा ड्रीम प्रोजेक्ट है। 35.83 करोड़ रुपये की लागत से नमो घाट के पहले चरण का काम हुआ है। यहां पर नमस्ते करते हुए तीन स्कल्पचर तैयार कराए गए हैं। पर्यटन के लिहाज से अपने आप में अनूठा है।
प्रदेश सरकार के 100 दिन पूरे होने पर पीएम देंगी अपनी काशी को उपहार
प्रदेश में योगी सरकार के दूसरी बार सत्तासीन होने के बाद पहली बार काशी आ रहे पीएम सात जुलाई को करीब 18 सौ करोड़ रुपये की सौगात देंगे। प्रदेश सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद पीएम की ओर से लोकार्पित और शिलान्यास होने वाली परियोजनाओं से काशी की मूलभूत सुविधाओं का विकास होगा। इनमें सड़क, बिजली, पानी, सीवर, पर्यटन, धार्मिक पर्यटन आदि शामिल हैं।