उत्तर-प्रदेश: आज से जा सकेंगे लुलु मॉल, सीएम योगी ने किया उत्तर भारत के सबसे बड़े मॉल का उद्घाटन
पढ़े पूरी खबर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में दो हजार करोड़ रुपये की लागत से बने उत्तर भारत के सबसे बड़े लुलु मॉल का रविवार को उद्घाटन किया। उन्होंने इलेक्ट्रिक कार से पूरे मॉल का भ्रमण भी किया। इस अवसर पर लुलु ग्रुप के चेयरमैन यूसुफ अली एमए ने कहा कि लखनऊ के मॉल को बनाने का प्रस्ताव इंवेस्टर्स समिट में किया गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिलाया था कि काम शुरू करो, कोई दिक्कत नहीं आएगी। संबंधित अधिकारियों की टीम ने इस शॉपिंग मॉल के निर्माण के दौरान बहुत सहयोग किया। इससे परियोजना तय समय में पूरी हो सकी। उन्होंने उद्घाटन के लिए आने के लिए सीएम का आभार भी जताया। सोमवार से यह मॉल आम लोगों के लिए खुल जाएगा।
मुख्यमंत्री रविवार की शाम 7 बजे लुलु मॉल पहुंचे। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी भी मौजूद रहे। लुलु ग्रुप की टीम ने मुख्यमंत्री व अन्य गणमान्य अतिथियों के लिए पूरे मॉल परिसर का भ्रमण कराया। इसकी विशेषताओं से भी उन्हें अवगत कराया गया।
मॉल का निर्माण सुशांत गोल्फ सिटी में शहीद पथ पर करीब 22 लाख वर्गफीट में किया गया है। इसका मुख्य आकर्षण यहां बना प्रदेश का सबसे बड़ा हाइपर मार्केट और गेमिंग जोन है। इसके अलावा शादियों की खरीदारी के लिए वेडिंग एरीना और मनोरंजन के लिए 11 स्क्रीन का सुपरप्लेक्स भी यहां तैयार किया गया है।
यहां अंतरराष्ट्रीय मानकों व सुविधाओं के साथ देश-विदेश के ब्रांड के सामान की खरीदारी की जा सकेगी। मॉल के अंदर 15 रेस्टोरेंट, 25 आउटलेट के साथ 1600 लोगों के बैठने की क्षमता के साथ बना फूड कोर्ट भी है। यहां 3000 वाहनों की पार्किंग क्षमता है। वहीं 50 हजार लोग एक साथ शॉपिंग कर सकते हैं। पर्यटकों को शटल सेवा उपलब्ध कराए जाने पर भी कंपनी विचार कर रही है। यहां ग्रोसरी से लेकर फैशन और इलेक्ट्रॉनिक्स, होम डेकोर का सामान भी उपलब्ध है। यह लुलु समूह का पांचवां शॉपिंग मॉल है।
प्रयागराज और वाराणसी में भी नए शॉपिंग मॉल पर कंपनी काम कर रही है। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि रिटेल प्रोजेक्ट्स के अलावा लुलु समूह ने फू ड प्रोसेसिंग हब की भी घोषणा की है। करीब 500 करोड़ रुपये के निवेश के साथ ग्रेटर नोएडा में निर्माणाधीन है।