उत्तर-प्रदेश: कड़ी कार्रवाई के निर्देश, बालू मौरंग की कालाबाजारी पर सीएम योगी सख्त
पढ़े पूरी खबर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बालू, मौरंग, गिट्टी जैसे उपखनिजों का आम आदमी से सीधा जुड़ाव है। इनकी कीमतों में अनावश्यक बढ़ोतरी न हो। विभिन्न विकास परियोजनाएं भी इससे प्रभावित होती हैं। ऐसे में उपखनिजों का अभाव दिखाकर कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को खनन विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन कार्य से जुड़े सभी हितधारकों के लिए पारदर्शी प्रक्रिया हो। खनिजों व उप खनिजों के मूल्य हर हाल में नियंत्रण में रहें। फॉस्फोराइट, पोटाश, स्वर्ण धातु अयस्क, प्लेटिनम समूह के अयस्क, लौह अयस्क, एंडालूसाइट और सिलिमाइट जैसे उर्वरक खनिज, बहुमूल्य धातुओं, लौह धातु और रिफ्रैक्ट्री खनिजों के सम्बंध में निविदा की प्रक्रिया यथाशीघ्र पूरी कर ली जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बालू, मोरम के विकल्प के रूप में पत्थरों के क्रशिंग से उत्पन्न कृत्रिम बालू को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। बालू/मोरम के खनन पट्टों में ऑनलाइन अग्रिम मासिक किश्त के स्थान पर "Pay as you go" व्यवस्था लागू करते हुए महीने के अंत तक पूरी किश्त जमा करने का समय दिया जाना चाहिये। इससे पट्टाधारकों को बड़ी सहूलियत होगी।
खनन कार्यों के संबंध में अंतरराज्यीय परिवहन हेतु विनियमन शुल्क की दर में वृद्धि पर विचार किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 से प्रभावी रॉयल्टी दर को पुनरीक्षित करने पर विचार किया जाए। इस सम्बंध में सभी स्टेकहोल्डर्स की राय भी ली जानी चाहिए। किसी भी दशा में ओवरलोडिंग न हो। यह नियमविरुद्ध भी है और दुर्घटनाओं का कारक भी बनता है। इस दिशा में सख्ती की जानी चाहिए।