उत्तर प्रदेश : कम्पनियों ने घटा दिए मेडिकल बीमा में रेट, संचालकों ने जताई नाराजगी

टीपीए से करार खत्म कर ऐसे मरीजों की भर्ती बंद कर दी जाएगी

Update: 2022-07-18 03:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : कानपुर- मेडिकल बीमा में कम्पनियों ने इलाज के रेट घटा दिए हैं। इस पर नर्सिंग होम संचालकों ने नाराजगी जताई है। यही नहीं, प्राइवेट अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती करने से ही इनकार कर दिया है। नर्सिंग होम संचालकों का बीमा कम्पनियों के साथ टीपीए (थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर) से विवाद पैदा हो गया है। यही नहीं, नर्सिंग होम एसोसिएशन ने आपात बैठक कर फैसला किया कि अगर रेट नहीं बढ़ाए गए तो टीपीए से करार खत्म कर ऐसे मरीजों की भर्ती बंद कर दी जाएगी।

मेडिकल बीमा के बाद टीपीए हर नर्सिंग होम से अलग-अलग करार कर मरीजों को इलाज की सुविधा देते हैं लेकिन एक जुलाई से टीपीए ने डॉक्टर की एक विजिट 600 रुपये देने का रेट तय किया है। इससे पहले यह एक से दो हजार तक प्रति विजिट के दिए जाते रहे हैं। इसी तरह आईसीयू में मरीज के भर्ती होने पर 10-20 हजार की जगह अब चार हजार रुपये तय किए गए हैं। जनरल वार्ड के बेड के लिए 15 सौ की जगह अब एक हजार रुपये प्रतिदिन, प्राइवेट रूम के 4000 से 2500 रुपये कर दिए गए हैं। इसी तरह गाल ब्लैडर की सर्जरी, घुटना, कूल्हा प्रत्यारोपण के इलाज में भी 30 से 40 फीसदी तक रेट कम कर दिए गए हैं। नर्सिंग होम संचालकों ने ऐतराज जताते हुए कहा कि आयुष्मान योजना की देखादेखी रेट कम किए जा रहे हैं।
source-hindustan


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