इटावा। हुस्त्र का जाल दिखाकर लोगों को कंगाल करने वाला गैंग एक्टिव है। जो गे, डेटिंग एप का सहारा लेकर भोले-भाले लोगों को अपने चंगुल में फंसाता। इसके बाद उनका अश्लील वीडियो बनाता। फिर यहीं से ब्लैकमेलिंग का धंधा शुरू करता। इतना ही नहीं, वीडियो वायरल करने की धमकी देकर मोठी रकम ऐंठ लेते थे। बुधवार को पुलिस ने ब्लैकमेलिंग का शिकार हुए एक व्यक्ति की शिकायत पर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि गे, डेटिंग एप के माध्यम से एक शख्स को सुनसान जगह पर बुलाया गया। ब्लैकमेल करते हुए आरोपियों ने युवक से जबरन 15 हजार रुपये भी ट्रांसफर करवा लिए। एसएसपी ने बताया कि थाना सिविल लाइन पुलिस को अंश यादव ने डेटिंग एप्प के माध्यम से बातचीत कर अछल्दा से इटावा बुलाया। स्कूटी से आईटीआई चौराहे के पास स्थित पॉलिटेक्न्कि बिल्डिंग (निर्माणधीन) में ले जाकर अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर युवक का आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। पेटीएम से 15000 रुपये ट्रांसफर करा लिए। इस पर क्षेत्राधिकारी नगर अमित कुमार सिंह के नेतृत्व में थाना सिविल लाइन व साइबर सेल इटावा से संयुक्त टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही थी। मुखबिर की सटीक सूचना पर पुलिस ने विशाल यादव उर्फ अंश व उसके चार साथियों को आईटीआई चौराहे के पास स्थित पॉलिटेक्न्कि बिल्डिंग (निर्माणधीन) से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि हम लोगों ने डेटिंग एप के माध्यम से उमाकांत को इसी पॉलीटेक्निक आवास की निर्माणाधीन बंद पड़ी बिल्डिंग में बुलाया था। विशाल यादव उर्फ अंश यादव ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 15 हजार रुपये पेटीएम पर ट्रांसफर कर लिए।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम विशाल यादव उर्फ अंश यादव निवासी सुल्तानपुर कला, हिमांशु चौहान निवासी आईटीआई चौराहा रणवीर नगर, राज भदौरिया निवासी शांति कालोनी तथा आकाश निवासी गन्सरा थाना भरथना जिला इटावा हैं। पांचवा नाबालिग है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ आपराधिक धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।