उत्तरप्रदेश। बुधवार शाम आई तेज आंधी में बदायूं में काफी नुकसान हुआ। कई पेड़ टूटकर गिर गए। एक दीवार गिरने से चार लोग दब गए। इसमें एक बालक की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हो गए। इसके अलावा एक पेड़ की डाल टूटने से उससे दबकर एक बच्चे की जान चली गई और उसकी ताई घायल हो गई। परिवारवालों ने सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है।
अलापुर थाना क्षेत्र के गांव अट्ठर्रा कुनिया में पेड़ की डाल टूटकर गिरने से दस वर्षीय पंकज की मौत हो गई। परिवार वालों के मुताबिक बुधवार शाम तेज आंधी आई थी। इससे उनके परिवार के कई बच्चे, पंकज और उसकी ताई नन्हीं देवी तालाब किनारे आम बीनने गए थे। सभी लोग गिर रहे आम बीन रहे थे। इसी दौरान पेड़ की एक मोटी डाल टूटकर गिर गई, इसके नीचे पंकज और उसकी ताई दब गई। जबकि अन्य बच्चे बाल-बाल बच गए। सूचना पर उनके परिवार वाले और गांव के तमाम लोग मौके पर पहुंच गए। लोगों ने बमुश्किल दोनों को पेड़ के नीचे से निकाला। तब तक पंकज की मौत हो चुकी थी। नन्ही देवी के हाथ में फ्रैक्चर आया है।
अलापुर थाना क्षेत्र के गांव कुतरई में बुधवार शाम तेज आंधी में दीवार गिर गई। आंधी आने के दौरान कई लोग दीवार किनारे बैठे थे। आंधी का झोंका आने से दीवार भरभराकर गिर गई। उसके नीचे आठ वर्षीय अयान पुत्र युसुफ, दीपक, सुभाष और एक महिला दब गई। यह देखकर गांव के तमाम लोग दौड़ पड़े। उन्होंने तुरंत दीवार का मलबा हटाना शुरू कर दिया। कड़ी मशक्कत के बाद सभी लोगों को मलबे से निकाला गया। परिवारवाले उन्हें जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने अयान को मृत घोषित कर दिया।
खंभा गिरने से महिला की मौत
शाहजहांपुर के अली अकबरपुर गांव में आंधी से सीमेंट का खंभा गिर गया। इससे श्री देवी (50) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं परौर में थाना गेट के पास लगा नीम का पेड़ 11-केवी हाईटेंशन लाइन पर गिर पड़ा। पेड़ की मोटी डाल गिरने से लाइन के तारों पर खिंचाव पड़ा तो बिजली के तीन खंभे भी टूटकर धराशायी हो गए। इससे कलान-परौर मार्ग पर यातायात भी बाधित हो गया।
आंधी के साथ हुई बारिश, कई पेड़ गिरे, बिजली गुल
बरेली में गर्मी से तप रहे लोगों को बुधवार शाम को खासी राहत मिली। आंधी के साथ करीब घंटे भर तक तेज बारिश और फिर बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब आठ एमएम बारिश हुई। करीब 20 किमी/प्रतिघंटा की रफ्तार से चली आंधी में कई पड़े गिरे। कई इलाकों की बिजली गुल हो गई। प्रभावित जनजीवन को राहत दिलाने के लिए वन विभाग और बिजली विभाग की टीमों ने रास्तों पर गिरे पेड़ और फाल्ट को दुरुस्त करने में जुटे रहे। कृषि विज्ञान केंद्र ने आंधी से आम की फसल प्रभावित होने पर बारिश से किसानों को राहत मिलने की बात कही है।