बांदा | रक्षाबंधन पर्व पर भद्रा की काली छाया का असर अभी से दिखने लगा है। कजली खोंटने गए 5 बच्चे गाँव के पास केन नदी में डूब गए। आसपास के लोगों ने बमुश्किल 4 बच्चों को किसी तरह नदी से बाहर निकाला। उन्हें आनन-फानन इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चारों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। उधर पांचवें बच्चे की अभी तक खोज नहीं हो पाई है।
बुंदेलखंड में रक्षाबंधन पर्व पर नदी और तालाबों में कजली खोटे जाने की परंपरा है। जनपद के पैलानी थाना क्षेत्र अंतर्गत सिन्धकलां गाँव के मजरा गुरगवां में आज सुबह 5 वर्षीय सूर्यांश लवलेश व 8 वर्षीय पुष्पेंद्र पुत्र दिनेश निवासी ग्राम अरबई जिला महोबा, 19 वर्षीया राखी पुत्री रामकृपाल, 14 वर्षीया विजयलक्ष्मी पुत्री रामविशाल और 8 वर्षीय विवेक पुत्र रामशरण कजली खोंटने गाँव के पास स्थित केन नदी में कजली खोंटने गए थे।
इसी दौरान तेज बहाव में पांचों बच्चे नदी में डूब गए। आसपास के लोगों ने किसी तरह चार।बच्चों को बाहर निकल लिया। लेकिन विवेक पुत्र रामशरण का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र का कहना है कि नदी के तेज बहाव में आ जाने से चार बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 1 लापता है बच्चों के परिवारों को मुआवजा दिए जाने की कार्यवाही की जा रही है।