जिला चिकित्सालय में आधे से भी कम है विशेषज्ञ चिकित्सक, बढ़ रही है भीड़
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बाराबंकी। जिला अस्पताल बीते 2 महीनों से चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। स्वीकृत पद 39 के सापेक्ष यहां 19 चिकित्सकों की तैनाती है। जिला अस्पताल में नाक कान गला रोग, कार्डियोलॉजिस्ट, इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर सहित एक फिजीशियन की तत्काल आवश्यकता है। इन विशेषज्ञों के न होने से बड़ी संख्या में मरीज प्राइवेट अस्पतालों को जाने को मजबूर है। यहां मरीज दूरदराज क्षेत्रों से पचासों किलोमीटर चलकर आता है। सरकार बार-बार चिकित्सा सेवा बेहतर करने की बात करती है। लेकिन वह जिला अस्पताल में चिकित्सकों की रवि दूरी करने में पूरी तरीके से अक्षम जान पड़ रही है।वर्तमान में जिला अस्पताल को कार्डियोलॉजिस्ट, इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर, ईएनटी सर्जन वह एक फिजीशियन की तत्काल जरूरत है।
जिसको लेकर जिला चिकित्सालय प्रभारी ने शासन को 2 महीने पहले पत्र भेजकर जानकारी दी थी। लेकिन शासन की अनदेखी के चलते इन दिनों जिले के प्राइवेट अस्पतालों की चांदी हो गई है। जिला अस्पताल में समुचित उपचार व विशेषज्ञ ना होने से बड़ी संख्या में यहां के मरीज प्राइवेट अस्पतालों को जा रहे है। यहां सबसे अधिक परेशानी ईएनटी सर्जन व कार्डियोलॉजिस्ट के नहीं होने से हो रही है। साथ ही ईएनटी सर्जन ना होने से दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने वाले लोगों को भी भटकना पड़ रहा है। इस संबंध में जिला अस्पताल के उप-सीएमएस डॉ राजेश कुशवाहा बताते है कि प्रत्येक माह की रिपोर्ट चिकित्सकों की स्थिति से शासन को अवगत कराने के साथ ही विशेषज्ञ सहित एक फिजीशियन व ईएनटी चिकित्सक की मांग की जाती है। क्योंकि इन विशेषज्ञों से ही रोगियों का बेहतर उपचार संभव है।