डीड में आवासीय, मौके पर व्यावसायिक, गिफ्ट डीड में कुछ गड़बड़ियां हो रहीं
उत्तरप्रदेश | सरकार ने तो रक्त संबंधों में आम लोगों को बेहतर सुविधा के तहत गिफ्ट डीड की व्यवस्था की है, लेकिन अब कुछ लोग ऐसे भी सामने आ रहे हैं, जो इसके नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं.
शासन ने तीन अगस्त को अधिसूचना जारी कर संपत्तियों के बैनामों में गिफ्ट डीड(दान अभिलेख) की व्यवस्था अगले आदेश तक लागू की. इसके बाद से मेरठ समेत प्रदेश में फिर से गिफ्ट डीड की कार्रवाई शुरू हो गई. लोग अपने बेटे, बेटियों और रक्त संबंधों में गिफ्ट डीड करने लगे. कुछ लोगों ने फर्जीवाड़ा भी शुरू कर दिया. गिफ्ट डीड में मात्र 5000 रुपये के स्टांप शुल्क में आवासीय अथवा कृषि भूमि, संपत्ति ट्रांसफर करने की व्यवस्था है. कुछ लोगों ने इसमें लाखों की स्टांप चोरी शुरू कर दी. मौके पर व्यवसायिक अथवा औद्योगिक संपत्ति है और आवासीय दिखाकर गिफ्ट डीड कर दिया.
फूलबाग कालोनी की एक संपत्ति का बैनामा आवासीय प्लॉट बताकर कर दिया गया. जब जांच के लिए निबंधन विभाग की टीम पहुंची तो वहां व्यवसायिक पाया गया. मौके की फोटो के साथ सब रजिस्ट्रार ने रिपोर्ट कर स्टांप वाद के तहत मुकदमे की रिपोर्ट कर वसूली का प्रस्ताव दिया गया है. इसमें 18 हजार 820 रुपये के स्टांप चोरी का मामला है.
रोहटा रोड चौराहे पर एक संपत्ति एक पिता ने अपने बेटे के नाम मात्र 5000 के स्टांप में गिफ्ट डीड कर दी. शासन के आदेश में आवासीय अथवा कृषि जमीन, संपत्ति ही की जा सकती है. जब मौके पर जांच की गई तो उक्त संपत्ति व्यवसायिक पाई गई. अब उसमें पांच लाख 91 हजार 590 रुपये के स्टांप चोरी का मामला पकड़ में आया है.
गिफ्ट डीड में कुछ गड़बड़ियां हो रहीं
गिफ्ट डीड अथवा बैनामों में कुछ गड़बड़ियां मिल रही है. इन गड़बड़ियों के मामलों में स्टांप वाद में मुकदमों की रिपोर्ट की जा रही है
- हर्षवर्द्धन यादव, सब रजिस्ट्रार-3, मेरठ.