रानी लक्ष्मीबाई के किले की दीवार ढही, मानसून की पहली ही तेज बारिश ने दिखाया कहर
रानी लक्ष्मीबाई के किले की दीवार ढही, मानसून की पहली ही तेज बारिश ने दिखाया कहर
मानसून की एंट्री के साथ ही प्रदेश भर में बारिश का दौर शुरू हो गया है. इसी के चलते कुछ इलाकों में तेज बारिश भी हो रही है. ऐसा ही कुछ हाल झांसी का है. लेकिन यहां पर बारिश तेज होने के साथ ही नुकसान की भी दस्तक लेकर आई है. मंगलवार को झांसी में करीब 1 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश के दौरान बड़ा हादसा हो गया. यहां पर रानी लक्ष्मीबाई के ऐतिहासिक किले की दीवार भरभराकर ढह गई. 10 इंच से भी मोटी ये दीवार तूफान के सामने ताश के पत्तों की तरह बिखरती हुई नजर आई. हालांकि इस दौरान किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. लेकिन दीवार गिरने के बाद से ही पुरातत्व विभाग के अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है.
अब जानकारों के अनुसार किले की आगे की दीवार भी कमजोर है और ऐसी ही बारिश यदि दोबारा होती है तो उसके गिरने की भी संभावना है. ऐसे में किसी भी तरह का बड़ा हादसा हो सकता है.
गनीमत रही सुनसान था इलाका
भारी बारिश के चलते जिस जगह पर दीवार गिरी उस समय वहां पर कोई मौजूद नहीं था और इलाका सुनसान था. नहीं तो ये बड़ा हादसा हो सकता था. क्योंकि दीवार बोल्डरों से बनाई गई थी और गिरने के दौरान बड़े बड़े बोल्डर ऊपर से गिरे जो किसी भी तरह की हानि करने में सक्षम थे. आम दिनों में इस इलाके में काफी वाहनों के साथ ही पैदल लोगों की भी भीड़ रहती है. ऐसे में यदि आगे दीवार गिरती है तो ये बड़े हादसे का सबब बन सकती है.
जाम की स्थिति
वहीं दीवार टूटने के चलते बड़े-बड़े पत्थर जमीन पर आ गिरे हैं जिसके चलते कोतवाली रोड लगभग जाम हो गई है. एक तरफ से ट्रैफिक चलने के चलते राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ रही है. साथ ही सड़क पर पड़े पत्थर भी खतरनाक साबित हो रहे हैं. वहीं लगातार हो रही बारिश के कारण जहां दीवार गिरी है उससे पहले पानी भी भर गया है. ऐसे में वहां से लोगों को निकलने में खासी परेशानी हो रही है.
एएसआई के अफसर परेशान
दीवार गिरने की सूचना के साथ ही पुरातत्व विभाग में हड़कंप मच गया है. ऐतिहासिक महत्व रखने वाले झांसी के किले को देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं. ऐसे में एक ही बारिश से दीवार के गिर जाने के चलते एएसआई के अफसर भी परेशान हैं और इसे तत्काल सही करवाने की बात कर रहे हैं.