कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात जिले के शिवली क्षेत्र में पिछली 12 दिसंबर को पुलिस की कथित बर्बरता के शिकार व्यापारी बलंवत की हत्या के मामले में रविवार को तत्कालीन मैथा चौकी इंचार्ज को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसे मिला कर अब तक छह पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। लालपुर सराय गांव निवासी बलवंत की 12 दिसंबर को मौत हो गई थी। मृतक के चाचा की तहरीर पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी पुलिसकर्मियों की तलाश के लिए छह पुलिस टीमें लगाई गई थी। पूरे मामले की जांच एसपी कन्नौज के देखरेख में चल रही है। इसी सिलसिले में घटना में शामिल आरोपी तत्कालीन मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम की छापेमारी जारी है। इससे पहले तत्कालीन एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, तत्कालीन शिवली थाना प्रभारी राजेश सिंह, सोनू यादव मुख्य आरक्षी तत्कालीन स्वाट टीम (एसओजी),दुर्वेश कुमार मुख्य आरक्षी तत्कालीन स्वाट टीम (एसओजी),मुख्य आरक्षी स्वाट टीम (एसओजी) अनूप कुमार को गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है कि कानपुर देहात के थाना शिवली के अंतर्गत छह दिसंबर को व्यापारी चंद्रभान के साथ हुई लूट की घटना के खुलासे में जुटी पुलिस टीम व एसओजी टीम ने संदेह के आधार पर पांच लोगों को हिरासत में लिया था जिसमें लूट का शिकार हुए चंद्रभान का भतीजा बलवंत भी मौजूद था। पूछताछ के दौरान बलवंत पुलिस की बर्बरता का शिकार हो गया और उसकी मौत हो गई थी जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक सुनीति के निर्देश पर आरोपी पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए। पुलिस अधीक्षक ने जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी थी और वही मृतक के चाचा अंगद सिंह की तहरीर पर तत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह,शिवली कोतवाल राजेश कुमार सिंह, एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम,मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय समेत सात लोगो पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।