बाराबंकी। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को बाराबंकी जिले से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे खस्ताहाल हो गया। यह हाईवे कई जिलों को राजधानी से सीधा जोड़ता है। इस नेशनल हाईवे पर आजकल जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। सड़क पर ही गिट्टियां भी बिखरी हैं। जो सीधा किसी बड़े हादसे और मौत को दावत दे रही हैं। जिसके चलते इस हाईवे से निकलने वाले वाहनों की रफ्तार भी थम रही है। हाईवे पर बने जिले के केवल अहमदपुर टोल प्लाजा से ही एनएचएआई को हर साल लगभग 72 करोड़ रुपये से ज्यादा का टोल टैक्स मिलता है।
ऐसे में अगर एक महीने की आमदनी भी हाईवे की मरम्मत और बाके काम पर खर्च कर दिया जाय तो राजधानी लखनऊ से लेकर बाराबंकी से गुजरा हाईवे चमक सकता है। राजधानी लखनऊ से बाराबंकी जिले के बाईपास होते हुए रामसनेहीघाट तक करीब 67 किलोमीटर लंबा नेशनल हाईवे जिले में पड़ता है। इसके अलावा एनएचएआई द्वारा समय-समय पर हाईवे की मरम्मत का काम कराया जाता है। इसके अलावा हाईवे पर पड़ने वाले अहमदपुर में स्थित टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों के आंकड़ों पर एक नजर डालें तो बाराबंकी जिले में नेशनल हाईवे से 24 घंटे में करीब 20 हजार वाहन गुजरते हैं।
उस हिसाब से एक वाहन से केवल 100 रुपये का टोल भी मान लिया जाय तो 20 हजार वाहनों के हिसाब से रोजाना 20 लाख रुपये और महीने में छह करोड़, जबकि साल भर में 72 करोड़ रुपये की आय हो जाती है। वहीं एनएचएआई के अधिकारियों से जब इस मामले में बात की गई तो उनका कहना है कि हाईवे पर जहां भी गड्ढे बन जाते हैं उसकी मरम्मत कराई जाती है। इस समय बारिश के चलते कार्य बाधित हो जाता है। हाईवे पर जहां भी गड्ढे हैं उनकी मरम्मत कराई जाएगी। पेट्रोलिंग का काम लगातार चल रहा है, जल्द ही यात्रियों की समस्याओं को खत्म किया जाएगा।