गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां बिना डिग्री वाले चंदन ने मरीज का ऑपरेशन कर दिया। तबीयत खराब होने पर मरीज राम आशीष को दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान राम आशीष की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने चंदन के आयुष अस्पताल पर हंगामा कर दिया। सूचना पर पुलिस आई और स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया। स्वास्थ्य विभाग ने आयुष अस्पताल को सील कर दिया है। चंदन फरार है।
खोराबार थाना क्षेत्र के कुसम्ही मोतीराम अड्डा मार्ग पर आयुष अस्पताल संचालित किया जाता है। आरोप है कि अस्पताल का संचालन बिना डिग्री वाला पश्चिम बंगाल का रहने वाला चंदन करता है। रविवार को चंदन ने खोराबार थाना क्षेत्र के जंगल रामगढ़ उर्फ रजही निवासी राम आशीष का बवासीर का ऑपरेशन किया था। चंदन ने खुद को डॉक्टर बताया था। आरोप है कि चंदन के ऑपरेशन करने के बाद राम आशीष की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद राम आशीष को तारामंडल के एक अस्पताल में भेज दिया।
रविवार देर रात राम आशीष की मौत हो गई। नाराज परिजन सोमवार सुबह राम आशीष का शव लेकर आयुष अस्पताल पहुंच गए। गलत तरीके से इलाज का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। आरोप है कि अस्पताल संचालक और उसके लोगों ने राम आशीष के परिजनों से मारपीट भी की है। जब भीड़ बढ़ी तो संचालक अस्पताल बंद करके भाग गया।
मामले की सूचना पर सीओ कैंट और खोराबार पुलिस पहुंची। सबको समझाकर मामला शांत कराया, फिर मामले की सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पताल पहुंची तो बोर्ड तक गायब मिला। अस्पताल का पंजीकरण नहीं था। लिहाजा, अस्पताल को सील कर दिया गया है।
एसीएमओ डॉ एके सिंह ने कहा कि मामले की जांच की गई तो अस्पताल का पंजीकरण नहीं मिला। बिना नाम और पंजीकरण के इलाज किया जा रहा था। अस्पताल को सील कर दिया गया है। शिकायत की जांच कराई जा रही है। मामला सही मिला तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।