कानपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निवास पर रविवार को सचेतक दल की बैठक हुई। गोविंद नगर विधानसभा के विधायक एवं सचेतक सुरेंद्र मैथानी ने मुख्यमंत्री से कहा कि कानपुर की ऐतिहासिक लाल इमली का मामला काफी दिनों से लंबित है। लाल इमली के बहुत से गरीब परिवार, आर्थिक कारणों से बच्चों को शिक्षा स्वास्थ भोजन आदि देने में असमर्थ हो रहे हैं। विधायक ने मुख्यमंत्री से कहा कि जब भारत सरकार ने लाल इमली को बंद करने की घोषणा कर दी है तो फिर उन गरीब मजदूरों का पूरा हिसाब किताब अविलंब करा दिया जाए। जिससे गरीब मजदूर को समय से न्याय मिल जाए।
साथ ही विधायक ने कहा कि कानपुर में बेशकीमती लाल इमली की एकड़ों जमीन, पॉश एरिया में है। राज्य सरकार उस जमीन को वापस ले करके और फिर उस पर गरीब और जरुरतमंदों को रोजगार के साधन को सृजन कराया जाये। उन जमीनों पर काफी पेशेवर लोगों की गिद्ध निगाह लगी है, जो इसको अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए लगातार षड्यंत्र कर रहे हैं। उन्हें उनकी योजना में सफल नहीं होने देना है। इसको समय से राज्य सरकार अपने अधीन वापस ले और विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत, चाहे उसमे स्किल डेवलपमेंट के सेंटर या व्यापार करने का हब या कोई बड़ा हॉस्पिटल आदि को निर्मित कर दिया जाए। जिससे जमीन का भी सदुपयोग हो जाए और राज्य सरकार की संपत्ति भी वापस राज्य सरकार के पास ही रहे। मजदूरों का भी भुगतान हो जाने से उनका भला भी हो जाएगा। विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मामले को संज्ञान लिया है और आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया है।