मेरठ। ब्रह्मपुरी के कबाड़ी बाजार में व्यापारी के दो गुटों में मारपीट के बाद जानलेवा हमले का मुकदमा अब तूल पकड़ रहा है। भाजपा नेताओं के हंगामा करने के बाद पुलिस मेडिकल रिपोर्ट को आधार बनाकर मुकदमा की विवेचना करेगी। पुलिस ने बताया कि मेडिकल और सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाकर ही व्यापारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के ईश्वर पुरी निवासी हेम प्रकाश लोधी की कबाड़ी बाजार में रामसहाय नाम से रेवड़ी गजक की दुकान है। दुकान पर हेम सिंह अपने बेटे अमित के साथ बैठते है। अमित का टेंट कारोबारी राजपाल उर्फ पाई निवासी शिवचौक बागपत गेट से विवाद चला आ रहा है। गत मंगलवार की रात राजपाल उर्फ पाई उसके बेटे विकास और विशाल तथा मटरू पुत्र विनोद निवासी बागपत गेट की अमित उसके पिता हेमसिंह लोधी और साथी राहुल लोधी पुत्र सतीश लोधी के साथ मारपीट हो गई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर धारदार हथियार से वार किए। पुलिस दोनों पक्षों को थाने लाई।
उसके बाद दोनों पक्षों ने हवालात के अंदर मारपीट कर दी। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया था। पुलिस ने दोनों पक्षों की तरफ से मिली तहरीर पर दोनों ओर से जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कर सात लोगों को जेल भेज दिया। आज भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा कार्यकर्ताओं के साथ ब्रह्मपुरी थाने पहुंचे। उनका कहना था कि राजपाल उर्फ पाई पक्ष पर जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा नहीं बन रहा है। उन्होंने धारा 307 हटाने की मांग को लेकर थाने में हंगामा कर दिया। एसएसपी ने पूरे मामले में खुद संज्ञान लिया है। साथ ही बताया गया कि मेडिकल और सीसीटीवी के आधार पर ही मुकदमे की विवेचना को आगे बढ़ाया जाएगा।