हरदोई। कहीं सुना है कि कोई बेटे ने अपने बुज़ुर्ग बाप को बंधक बना कर रखा है। लेकिन सच है कि छोटे बेटे ने सारी दौलत को अकेले डकारने की नियत से अपने बुज़ुर्ग बाप को साल भर से बंधक बना कर रखा था। उसका बड़ा बेटा अपने बाप से इस तरह बिछड़ने का दर्द लिए हुए इधर-उधर भटकता रहा। लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी।
इसी बीच बंधक बनाए गए बुज़ुर्ग ने हमेशा-हमेशा के लिए अपनी आंखें बन्द कर ली। बड़े भाई ने छोटे भाई के ऊपर आरोप लगाया है कि उसने बुज़ुर्ग बाप को जहर दे कर मार डाला। पुलिस का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है।
बताते हैं कि लोनार थाने के तेरिया गांव निवासी 80 वर्षीय रामदयाल पुत्र दिल्ला के दो बेटे थे। बड़ा बेटा सोनपाल और छोटा बेटा राम आसरे।राम आसरे आदत से काफी चालाक है। करीब साल भर पहले उसने अपने बुज़ुर्ग बाप को बंधक बना लिया था। सोनपाल ने बाप से मिलने की तमाम कोशिशें की, लेकिन राम आसरे की चालाकी के आगे सारी कोशिशें नाकाम रही।
बकौल सोनपाल,राम आसरे ने बंधक बना कर रखे बुज़ुर्ग बाप से सारी दौलत की वसीयत अपने और अपने बेटों के नाम करा ली। सोनपाल को धेला तक नसीब नहीं हुआ। लेकिन वह अपने बुज़ुर्ग बाप की एक झलक देखना चाहता था। वह अपना दर्द लिए हुए इधर-उधर भटकता रहा। लेकिन किसी ने उसकी एक भी नहीं सुनी। उसने न जाने कितनी चिट्ठियां भेजी। फिर भी कहीं से उसे कोई जवाब नहीं मिल सका।
इसी तरह दिन और महीने बीतते गए और फिर इसी बीच सोमवार को बंधक बनाए गए बुज़ुर्ग रामदयाल ने उसी हालत में दम तोड़ दिया। सोनपाल का आरोप है कि उसके छोटे भाई राम आसरे ने बाप को ज़हर दे कर मार डाला। इस बारे में एसएचओ लोनार विनोद कुमार यादव का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।
न्यूज़क्रेडिट: amritvichar