जच्चा बच्चा की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, डॉक्टर पर लगाये ये आरोप

बड़ी खबर

Update: 2022-09-11 10:23 GMT
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के मीरापुर में ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता की हालत बिगड़ गई। रेफर किए जाने पर हायर सेंटर ले जाते समय रास्ते में नवजात और उसके पेट में मौजूद बच्चे की भी मौत हो गई। रविवार को परिवार के लोगों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। आरोप लगाया कि नॉर्मल डिलीवरी के हालात में भी ऑपरेशन का प्रयास किया गया। लापरवाही के चलते पेट में पल रहे बच्चे और उसकी मां की मौत हो गई। सिकंदरपुर निवासी आजम ने अपनी गर्भवती पत्नी गुलिस्तां को डिलीवरी के लिए मीरापुर में भाटी लाइब्रेरी के निकट स्थित अस्पताल में भर्ती कराया था। बताया कि हॉस्पिटल की महिला चिकित्सक ने नॉर्मल डिलीवरी होने की बात कही थी। कई घंटे तक उसकी पत्नी को अस्पताल में भर्ती रखा और देर शाम अचानक तैनात डॉक्टर उसका ऑपरेशन करने की बात कहने लगे। उसका ऑपरेशन शुरू कर दिया। देर तक बच्चे का सिर फंसा होने की बात कहकर महिला को ऑपरेशन के दौरान खुले पेट में ही मेरठ हायर सेंटर रेफर कर दिया।
आरोप है कि इस दौरान उसकी पत्नी को टांके भी नहीं लगाए गए और ब्लीडिंग की हालत में ही उसे मेरठ रेफर किया गया। इस दौरान कुछ दूरी पर ही गुलिस्तां और पेट में उसके बच्चे की मौत हो गई। महिला की मौत की सूचना पर परिवार और गांव के लोग हॉस्पिटल पहुंच गए। चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया। पीड़ित के अनुसार, चिकित्सक की लापरवाही से उसकी पत्नी और होने वाले बच्चे की मौत हुई। आरोप है कि नॉर्मल डिलीवरी की स्थिति होने के बावजूद चिकित्सक ने लालचवश बड़ा ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान ही उसकी पत्नी की हालत बिगड़ गई। इसके बाद चिकित्सक ने मानवता को शर्मसार करते हुए बिना टांके लगाते ही उसे मरणासन्न हालत में रेफर कर दिया। बीच रास्ते मे ही महिला और उसके पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। वहीं मामला बढ़ता देख डॉक्टर अस्पताल से फरार हो गए। मृतक महिला के पति के साथ ग्रामीण महिला ने शव को लेकर थाने पहुंच गए। चिकित्सक के विरुद्ध तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।
Tags:    

Similar News

-->