अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर का निर्माण वर्ष 2024 तक पूरा हो जाएगा। मौजूदा समय में मंदिर निर्माण का आधा से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। संभवत: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मंदिर में रामलला विराजमान कर विधिवत पूजा अर्चना शुरू हो जाएगी। एक ओर राम मंदिर दुनिया भर की आस्था का केंद्र बनेगा, वहीं योगी सरकार ने रामनगरी को विश्व के आध्यात्मिक पर्यटन के नक्शे पर नई पहचान दिलाने के लिए 'दिव्य अयोध्या-भव्य अयोध्या'बनाने की योजना बनाई है।
योगी सरकार ने वर्ष 2017 में पहली बार अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन कर साफ संकेत दिया था कि अयोध्या सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अब वोट बैंक की राजनीति के चक्कर में अयोध्या के विकास के साथ कोई समझौता नहीं होगा। अयोध्या में राम मंदिर का शिलापूजन होने के बाद से सरकार रामनगरी के विकास में जुटी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ किया है कि पर्यटन के नक्शे पर अयोध्या शीर्ष पर रहे। सरकार की ओर से वहां 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को आधार मानकर करीब 30 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्य हो रहे हैं।
अयोध्या में 821 एकड़ में बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की डेडलाइन मार्च 2023 रखी गई है। रनवे का 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है। पहले चरण में टर्मिनल का करीब 45 फीसदी काम भी पूरा हो चुका है। 20 एकड़ जमीन को छोड़ बाकी का अधिग्रहण हो चुका है। पहले फेज का निर्माण कार्य पूरा होने पर यहां से एटीआर 72 और कुछ अन्य छोटे जहाजों की उड़ान शुरू हो जाएगी। रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण और विस्तार के लिए 240 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
1200 एकड़ में विकसित होगी वैदिक अयोध्या
सरकार ने करीब 1200 एकड़ में वैदिक अयोध्या का भी निर्माण होना है। इस बाबत माझा, बरहटा व शाहबाजपुर में करीब 700 एकड़ की भूमि का अधिग्रहण प्रक्रिया में है। इसके प्रोजेक्ट को कुछ संशोधनों के साथ केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी चैलेंज योजना के तहत भेजा गया है। अगर इसे चुना गया तो 15वें वित्त आयोग के तहत 15 हजार करोड़ रुपये का अनुदान मिलेगा। यही नहीं, सरकार करीब 210 किमी लंबे रामवनगमन मार्ग को भी धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए काम कर रही है।
मंदिर निर्माण के साथ हो जाएगा अयोध्या का कायाकल्प
सरकार का दावा है कि जब राम मंदिर का निर्माण पूरा होगा, उस समय तक अयोध्या का कायाकल्प हो चुका होगा। साथ ही नव्य अयोध्या भी आकर ग्रहण लेने लगेगी। अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा।
वर्ष 2031 तक तीन गुना बढ़ जाएगी पर्यटकों की संख्या
सरकार का मानना है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ेगी। एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2031 तक यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या करीब 7 करोड़ हो जाएगी। यह मौजूदा संख्या से करीब तीन गुना होगी।