पत्नी से अवैध संबंधों के शक में छोटे भाई को दी खौफनाक सजा, पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट
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कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक शख्स ने अपने छोटे भाई की लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। सुबह परिजनों ने जब घर में खून से लथपथ लाश पड़ी देखी तो उन्होंने पुलिस को सुचित किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच कर पता लगाया कि आरोपी को शक था कि उसके भाई के अवैध संबंध के उसकी पत्नी से हैं, इसलिए उसने वारदात को अंजाम दिया।
जाने क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मामला कानपुर जिले के महाराजपुर में सुनहला चौकी क्षेत्र के घाघूखेड़ा गांव का है। जहां के निवासी धनंजय सिंह उर्फ पिंटू ने महज एक शक के चलते अपने छोटे भाई शिव बहादुर (30) की लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी भाई कपड़े बदलकर बाइक से फरार हो गया। वही जब सुबह परिवार वाले छत से नीचे उतरे तो खून से लथपथ शव देख देकर सन्न रह गए। बताया जा रहा है कि आरोपी को शक था कि उसकी पत्नी के उसके भाई के साथ अवैध संबंध है। जिसके चलते उसने इस वारदात को अंजाम दिया।
मृतक के पिता जगदीश यादव ने बताया कि इसी साल 18 मई को धनंजय की शादी हुई थी। घर में उनका छोटा बेटा शिव बहादुर सिंह (29) भी रहता था। शनिवार देर रात शिव बहादुर बरामदे में सो रहा था और बाकी सभी छत पर सो रहे थे। इसी दौरान देर रात धनंजय ने सोते वक्त ही शिव बहादुर पर लाठी से हमला कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वह फरार हो गया। वही सुबह जब धनंजय की पत्नी छत से उतरकर नीचे आई तो उसने देखा कि खून से लथपथ शिव बहादुर का शव पड़ा था, तब उन्होंने अन्य परिजनों को जानकारी दी। वही इस घटना से पूरे घर में मातम छा गया है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
क्या कहती है पुलिस?
इस मामले में जानकारी देते हुए एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि जांच में सामने आया है कि धनंजय अपनी पत्नी व भाई पर शक करता था। उसको लगता था कि उन दोनों के अवैध संबंध हैं, इसलिए उसने वारदात को अंजाम दिया। पिता जगदीश की तहरीर पर धनंजय पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं, जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
धनंजय बहुत शक्की था, बात बात पर विवाद करता था - आरोपी के परिजन
वही पूछताछ पर परिजनों ने बताया कि धनंजय बहुत शक्की था, बात बात पर शक करता रहता था। इसी के चलते वह हर दिन किसी नई बात को लेकर विवाद खड़ा कर लेता था। उन्होंने यह भी बताया कि देवर और भाई में वैसा कुछ भी नहीं था लेकिन वह मानता ही नहीं था। इसी सनक के चलते उसने अपने छोटे भाई की जान ले ली।