परिवहन कार्यालय में लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर परमानेंट लाइसेंस और फिटनेस समेत अन्य काम ऑनलाइन कर दिए गए हैं। इसके बाद भी कार्यालय के बाहर से दलाल हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। अफसर भी इन दलालों को हटाने में सख्ती नहीं बरत रहे हैं। ऐसे में कार्यालय में काम कराने आने वाले लोगों को अधिक रुपये देने पड़ रहे हैं।
अधिकारियों की लाख कोशिशों के बावजूद परिवहन विभाग की ऑनलाइन व्यवस्था दलालों के मकड़जाल को ध्वस्त नहीं कर सकी। इनकी सक्रियता का आलम यह है कि हर काम के लिए आवेदक आज भी दलालों के आगे पीछे घूमते नजर आ रहे हैं। जिस काम के लिए ऑनलाइन आवेदन शुल्क 350 रुपये है उसी काम को कराने के लिए दलाल कार्यालय के सामने बने साइबर कैफे से ऑनलाइन प्रक्रिया कराकर 500 से 600 रुपये तक वसूल रहे हैं। ऐसे में लर्निंग लाइसेंस, परमानेंट लाइसेंस और अन्य काम से जुड़े काम ऑनलाइन कराने के नाम पर अधिक पैसे वसूल रहे हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद चला था बुलडोजर
आरटीओ में एक महिला कर्मचारी और एक वरिष्ठ सहायक का पैसे लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद आरटीओ के बाहर जमे दलालों को खदेड़ने के लिए जेसीबी से दलालों के सारे अड्डे ध्वस्त कर दिए गए थे। उसके कुछ दिन बाद ही दलालों पर कार्रवाई का कोई असर नहीं दिखा। बताया जा रहा है कि कर्मचारियों के चेहते दलालों को कार्यालय में प्रवेश दिया जा रहा है। रोज की तरह दलाल लोगों से जल्दी काम कराने के नाम पर पैसे वसूलते दिखे।
समानांतर व्यवस्था चला रहे दलाल
आरटीओ के बाहर जमे दलाल समानांतर व्यवस्था चला रहे हैं। हर काम के लिए उन्होंने दाम तय कर रखे हैं। कार्यालय में बिना दलाल के गाड़ी के अन्य कागजात से संबंधित काम कराने पर काउंटर पर बैठने वाले कर्मचारी बेवजह दौड़ भाग कराते हैं। इसका फायदा उठाते हुए दलाल पब्लिक से मनमाफिक पैसे वसूलने में कामयाब रहते हैं।
सभी काम ऑनलाइन कर दिए गए हैं। कार्यालय में दलालों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। अब बाहर बैठने वाले लोग ऑनलाइन फार्म भरने का काम कर रहे हैं। अगर रुपये अधिक लेने की शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।