संपत्ति के विवाद को लेकर सराफा की दुकान पर जाकर सौतेले भाई को मारी गोली, मौत

Update: 2023-08-16 15:27 GMT
शाहजहांपुर | संपत्ति के विवाद को लेकर सराफा की दुकान पर जाकर सौतेले भाई को गोली मारकर घायल कर दिया। घायल को सीएचसी पर लाया गया। डॉक्टर ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। डॉक्टर ने सराफा व्यापारी को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपी सौतेले भाई को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ कर रही है। पुलिस ने मृतक की मां की तरफ से आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
थाना क्षेत्र के मोहल्ला कसभरा निवासी 28 वर्षीय संकल्प गुप्ता पुत्र बद्री प्रसाद गुप्ता की आर्य समाज मोड़ से पहले मेन मार्केट में सराफा की दुकान है। दुकान पर उसके पिता भी बेठा करते है। बद्री प्रसाद गुप्ता की पहली पत्नी से अमित गुप्ता उर्फ हप्पू है। उसकी पहली पत्नी की मौत हो चुकी है। उन्होंने दूसरी शादी की और दूसरी पत्नी से संकल्प गुप्ता है। दोनों सौतेले भाई संकल्प गुप्ता व अमित गुप्ता में मकान और दुकान को लेकर विवाद चल रहा था।
बुधवार की सुबह दस बजे संकल्प गुप्ता अपनी सराफा की दुकान पर गए। वह दुकान पर बैठे हुए थे। साढ़े 10 बजे उसका सौतेला भाई अमित गुप्ता सराफा की दुकान पर गया। दोनों भाइयों में मकान और दुकान के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया। विवाद के दौरान अमित गुप्ता ने अपनी गोट से तमंचा निकाला और सौतेले भाई संकल्प गुप्ता के गोली मार दी। गोली उसके सीने पर लगी। गोली मारने के बाद आरोपी अमित गुप्ता तमंचा लहराता हुआ भाग गया।
घटना से बाजार में सनसनी फैल गई। खबर मिलने पर उसकी पत्नी पल्लवी गुप्ता और परिवार के अन्य लोग दुकान पर पहुंच गए। सूचना पर सीओ पुवायां पंकज कुमार पंत और प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार सराफा की दुकान पर पहुंचे। पुलिस घायल को लेकर सीएचसी पर गई। घायल संकल्प की हालत गंभीर होने पर डाक्टर ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि मृतक की मां प्रेमलता ने अमित गुप्ता के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एएसपी ग्रामीण संजीव कुमार बाजपेयी ने आरोपी की तलाश में पुलिस टीम का गठन किया। पुलिस ने आरोपी अमित गुप्ता को मोहम्मदी रोड से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
आरोपी अमित गुप्ता चार साल से शिमला में एक दवा कंपनी में पैकिंग का काम करता था। चार दिन पहले शिमला से आया था। उसको घर में नहीं रहने दिया था। बद्री प्रसाद ने कई साल पहले अमित गुप्ता को संपत्ति से बेदखल कर दिया था। शिमला से आने के बाद वह होटल में खाना खा लेता था और एक स्कूल में सो जाता था। आरोपी का कहना है कि संपत्ति में संकल्प गुप्ता हिस्सा नहीं देता चाहता था। उसकी शादी नहीं हुई है।
मृतक पल्लवी गुप्ता ने बताया कि उसके पति और अमित गुप्ता का मंगलवार को दिन में संपत्ति के बटवारे को लेकर विवाद हो गया था। उसके पति ने थाने पर शिकायत की थी। पुलिस अमित गुप्ता को पकड़कर थाने पर ले गई थी, लेकिन पुलिस उसके ससुर के कहने पर देर रात अमित को थाने से छोड़ दिया था। उसका कहना है कि पुलिस ने अमित गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की होती तो शायद उसके पति की हत्या नहीं होती है।
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