श्रीसाहू एस्टेट कंपनी ने किस्तों में प्लॉट का झांसा देकर ढाई सौ लोगों को ठगा

Update: 2022-12-02 15:30 GMT
लखनऊ। हजरतगंज थाने में रियल एस्टेट कंपनी श्रीसाहू के निदेशक दंपती मनोज पांडेय व अल्का पर 250 लोगों से ठगी के आरोप में केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि कंपनी ने पारा, कानपुर रोड व मोहनलालगंज में कम दाम व किस्तों पर प्लॉट देने का झांसा देकर ठगी की। रकम ऐंठने के बाद रजिस्ट्री नहीं की।
कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी निवासी हितांशु बाजपेई के मुताबिक, 2012 में कंपनी से जुड़े थे। आशियाना निवासी ठग दंपती की कंपनी ने एजेंट के तौर पर काम करते हुए हितांशु ने 400 लोगों के प्लॉट बुक कराए थे। सभी स्कीम में छह साल तक किस्तें जमा किए जाने के बाद जमीन पर कब्जा दिया जाना था। तय समय के बाद भी प्लॉट नहीं दिए गए तो खरीददार दबाव बनाने लगे।
बातचीत के बाद 160 को रजिस्ट्री की गई। बचे हुए लोग रजिस्ट्री का दबाव बना रहे हैं। हितांशु की तरह अन्य एजेंटों के प्लाट भी फंसे हुए हैं। प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज अखिलेश मिश्रा के मुताबिक, केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
रेलवे में नौकरी के नाम पर जालसाजों ने कानपुर के बिधनू निवासी युवक बाल गोविंद से छह लाख रुपये ऐंठ लिए। पीड़ित ने नाका थाने में केस दर्ज कराया है। बाल गोविंद ने बताया कि 25 जनवरी 2017 को वह गोरखपुर गया था, जहां उसकी मुलाकात हरिद्वार के सिडकुल निवासी राम प्रकाश से हुई।
आरोपी ने बताया कि रेलवे के अधिकारी संजय वर्मा उसके जानने वाले हैं। जो कई लोगों की नियुक्ति रेलवे में करा चुके हैं। पैसा खर्च करो तो नौकरी मिल सकती है। इसके बाद बाल गोविंद को नाका स्थित त्रिवेदी होटल में बुलाया गया, जहां उसकी मुलाकात संजय वर्मा से कराई।
होटल में आए कई अन्य युवकों की नियुक्ति पश्चिम बंगाल के आसनसोल में कराए जाने का दावा आरोपियों ने किया था। पीड़ित के अनुसार, उससे कई टुकड़ों में छह लाख रुपये लिए गए, लेकिन नियुक्ति नहीं मिली। लगातार टालमटोल पर ठगी का अहसास हुआ और रकम लौटाने का दबाव डाला। इस पर आरोपियों ने उसे धमकाया।

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