उत्तरप्रदेश | पूर्वांचल में 4-जी प्रीपेड मीटर सप्लाई की सभी विभागीय प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है. बस पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और जेएमआर ग्रुप से करार (एग्रीमेंट) बाकी है. सिंतबर के पहले सप्ताह में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. नवंबर से 4-जी प्रीपेड मीटर लगेंगे
वहीं, 31 अगस्त को डिस्कॉम प्रबंध को जेएमआर ग्रुप मीटर के सॉफ्टवेयर की जानकारी देगा. सिंगापुर की एक कंपनी को सॉफ्टवेयर बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. इसके लिए 22 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. डिस्कॉम प्रबंधन का दावा है कि इस सॉफ्टवेयर से छेड़छाड़ मुश्किल होगा. जेएमआर ग्रुप दस वर्षों तक मीटर का मेंटीनेंस करेगा. मुख्य अभियंता (नियोजन) चंद्रजीत कुमार ने बताया कि मीटर के सॉफ्टवेयर विशेष ध्यान दिया गया है.
पूर्वांचल के छह जोन में 4-जी प्रीपेड स्मार्ट मीटर के लिए 6000 करोड़ रुपये का टेंडर हुआ था. प्रीपेड स्मार्ट मीटर चार चरणों में लगेंगे. शुरुआत वाराणसी और आजमगढ़ से होगी. बनारस शहर में 3.50 लाख प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगने हैं. 1.50 लाख उपभोक्ताओं के टू-जी स्मार्ट मीटर भी 4-जी में बदले जाएंगे.
रेडियो फ्रीक्वेंसी से जनरेट होंगे बिल
स्मार्ट प्रीपेड मीटर में कई नए फीचर होंगे. जहां नेटवर्क नहीं पहुंचेगा वहां रेडियो फ्रीक्वेंसी के जरिए डाटा लेकर मीटर ऑटोमैटिक बिल जनरेट कर देगा. उसका विवरण मोबाइल पर पहुंच जाएगा. इससे उपभोक्ताओं को सहूलियत मिलेगी.