मीरजापुर। सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद आमजन को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हलिया क्षेत्र के महुगढ़ी गांव निवासी विक्रमा मुसहर की 30 वर्षीया गर्भवती पुत्री प्रभावती को शुक्रवार रात सात बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। दर्द से कराहती पुत्री को पिता ने अपनी ठेलिया पर लिटाकर घर से चार किलोमीटर दूर नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज प्रसव कराने के लिए ले गया।
स्वास्थ्य केंद्र पर एलटी राकेश पटेल मिले, लेकिन वहां तैनात एएनएम के नहीं मिलने पर कुछ ही देर में गर्भवती ने ठेले पर ही बच्ची को जन्म दे दिया। काफी देर तक इलाज नहीं मिलने पर प्रसूता के पिता और साथ में गई महिलाएं स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था को कोसते हुए ठेले पर लिटाकर जच्चा-बच्चा को घर ले गए।
प्रसूता के पिता विक्रमा ने बताया कि बस्ती में एंबुलेंस नहीं आती है। इसलिए एंबुलेंस को फोन नहीं किया और आनन-फानन में दर्द से कराह रही बेटी को ठेले पर लिटाकर स्वास्थ्य केंद्र ले गए। बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात लापरवाह एएनएम के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए।
मामले की जानकारी होने पर महुगढ़ी गांव के पूर्व प्रधान देवदत्त सिंह भी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गए। स्वास्थ्य केंद्र में व्याप्त अव्यवस्था एवं चिकित्सक की तैनाती के संबंध में सीएमओ से फोन पर बात की। पूर्व प्रधान ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में व्याप्त अव्यवस्था को दूर करने के लिए जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है ताकि आमजन को आसानी से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके। न्यू पीएचसी ड्रमंडगंज तीन महीने से चिकित्सक विहीन है।
प्रभारी चिकित्साधिकारी हलिया डा. कामेश्वर तिवारी ने शनिवार को बताया कि मामला संज्ञान में आने पर न्यू पीएचसी ड्रमंडगंज से संबंधित एएनएम का वेतन रोकने की कार्रवाई करते हुए मामले की जांच की जा रही है। प्रसव में लापरवाही बरतने का मामला सही पाए जाने पर एएनएम के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।