ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में पुलिस की प्रताडना के शिकार एक नाबालिग लड़के ने आत्महत्या कर दी। परिजनों के मुताबिक पुलिस उनके बेटे को पूछताछ के लिए थाने लेकर गई थी। जिसकी वजह से ही उनका बेटा परेशान हो गया। पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर उनके बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है।
ग्रेटर नोएडा के डीसीपी साद मियां खान ने इस केस में लापरवाही बरतने के मामले में चौकी इंचार्ज और कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। मामले की काफी गंभीरता से जांच की जा रही है। दरअसल, ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र अंतर्गत इमलिया गांव में गोविंद नामक एक युवक अपने परिवार के साथ रहता था। बीते दिनों इलाके में एक लूट हुई थी। गोविंद के परिजनों का कहना है कि बीते दिनों चौकी इंचार्ज और कॉन्स्टेबल उनके बेटे को गोविंद को उठाकर ले गए थे और पूछताछ की थी। शुक्रवार को काफी घंटे तक पूछताछ के बाद उनके बेटे को छोड़ा गया। थाने से आने के बाद गोविंद ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
इस मामले में परिजनों का कहना है कि दनकौर कोतवाली में उनके बेटे को इतना प्रताड़ित किया गया कि उसने सुसाइड कर लिया है। गोविंद ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। इस घटना के बाद गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के हाथ-पांव फूल गए हैं। पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। सूचना मिलने के बाद इमलिया गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। इलाके में अभी तक मातम छाया हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में दाह संस्कार किया गया है।
जांच में पता चला है कि दनकौर क्षेत्र के एक गांव में बीते 8 फरवरी को एक व्यक्ति के साथ लूटपाट हुई थी। पीड़ित ने पुलिस को शिकायत देते हुए बताया था कि हथियारबंद बदमाशों ने उनके साथ लूटपाट की है। इस मामले में इमलिया गांव का रहने चीकू समेत काफी लोगों पर पुलिस को शक था। शक के आधार पर पुलिस चीकू को पूछताछ के लिए लेने गई थी, लेकिन जब पुलिस को चीकू नहीं मिला तो उसके भाई गोविंद को उठाकर थाने में ले आई।
इस मामले में नोएडा पुलिस की तरफ से आधिकारिक बयान जारी किया है। पुलिस ने बताया कि इमलिया गांव के रहने वाले एक नाबालिग लड़के ने फांसी लगाकर आत्महत्या करली। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर लड़के के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद उसके शरीर को परिजनों को सौंप दिया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पता चला है कि लड़के की मौत फांसी पर लटकने की वजह से हुई है। उसके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है। पुलिस ने बताया कि एक दिन पहले इसी लड़के को बिलासपुर चौकी प्रभारी और एक कांस्टेबल पूछताछ के लिए लेकर गए थे, लेकिन पूछताछ के बाद वापस छोड़ दिया गया था। परिजनों के आरोप की जांच की जा रही है। फिलहाल इस मामले में चौकी प्रभारी और बिलासपुर के कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।