न्यायालय के आदेश को भी दरकिनार कर गई पीलीभीत पुलिस

Update: 2022-10-13 17:59 GMT

पुलिस अधिकारी भले ही महिला अपराध पर गंभीरता बरतने के आदेश कर रहे हो, लेकिन धरातल पर उसका कोई खास असर नहीं दिख रहा। अपने ही अधिकारियों के निर्देशों को धता बताने के तो कई बार मामले सामने आ चुके हैं। मगर, इस बार न्यूरिया पुलिस ने न्यायालय के आदेश को ही दरकिनार कर दिया।विवाहिता की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र पर न्यायालय ने 20 सितंबर को ही 24 घंटे के भीतर मुकदमा दर्ज कर विवेचना के आदेश कर दिए, लेकिन न्यूरिया पुलिस ने उसे ही ठंडे बस्ते डाल दिया। 22 दिन बीतने के बाद अब पुलिस मुकदमा दर्ज करने की सुध ली गई। उधर, पीड़िता का कहना है कि आरोपी उस पर सुलह का दबाव बनाने को धमका रहे हैं।

थाना न्यूरिया क्षेत्र की रहने वाली एक विवाहिता ने 30 अगस्त 2022 को एक प्रार्थना पत्र न्यायालय में दिया था। जिसमें बताया था कि उसकी शादी 29 जनवरी 2019 को कस्बा मझोला के एक युवक से हुई थी। कुछ दिन बाद ही ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करने लगे। कहा कि आठ लाख रुपये के लालच में शादी की है, अब तुझे नौकरानी बनकर रहना होगा।

पति अक्सर नौकरी का हवाला देकर ससुराल में छोड़कर बाहर चला जाता था। ससुर उस पर गलत नियत रखते थे। जब दोनों के व्यवहार में सुधार न हुआ तो प्रार्थिनी जिद करके अपने पति के पास नोएडा गाजियाबाद जाकर किराए के मकान में रहने लगी। इस दौरान पता चला कि पति के साथ में ही काम करने वाली एक लड़की से अवैध संबंध हो गए हैं और वह उसी लड़की से दूसरी शादी करने का मन बना चुका है।

इसका विरोध करने पर पति ने जबरन अप्राकृतिक संबंध बनाए। प्रार्थिनी अक्सर बीमार रहने लगी। बाद में पति विवाहिता को 20 माह के बच्चे संग ससुराल छोड़ गया। 25 अगस्त की रात 11 बजे पीड़िता अपने कमरे में थी। इस दौरान ससुर कमरे में आए और डरा धमकाकर दुष्कर्म किया। किसी तरह मौका पाकर एक दिन पीड़िता बच्चे को लेकर मायके आ गई और पूरी बात बताई।

न्यूरिया पुलिस को उसी वक्त तहरीर दी गई, लेकिन जांच के नाम पर टाल दिया। विवाहिता के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 20 सितंबर को न्यूरिया थानाध्यक्ष को आदेश की प्रति प्राप्त होने के 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना के आदेश कर दिए। पीड़िता का आरोप है कि इसकी बाद भी आरोपियों से सांठगांठ के चलते पुलिस मामले को दबा गई। उसकी 22 दिन तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। उसका यह भी कहना था कि आरोपी लगातार उस पर सुलह का दबाव बनाते हुए जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।

इस मामले को दबाया नहीं गया है। गुरुवार को पीड़िता के भाई से आधार कार्ड मंगवाया गया है। न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। महिला को किसी तरह से परेशान होने की जरुरत नहीं है। विवेचना में साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी

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