गाजियाबाद में बंदरों के आतंक से लोग परेशान, लंगूर का कटआउट भी नहीं आया काम
उत्तरप्रदेश: दिल्ली में जी-20 समिट की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है. इस कारण रात में आकर्षण और भी बढ़ जाता है. हालांकि, दिल्ली के पास स्थित गाजियाबाद में हालात ठीक नहीं हैं. यहां सुरक्षा की वजह से लोगों के घर से निकलना मुश्किल हो गया है. साथ ही लोगों को जंगली बंदरों के आतंक का सामना करना पड़ा रहा है.
कुत्तों के हमलों के बाद अब गाजियाबाद की सोसाइटी में बंदरों के हमले की खबरें आ रही हैं. इसके कारण लोग घरों की खिड़कियों को बंद करने को मजबूर हैं. सोसाइटी गार्डन में खेलने के लिए बच्चे भी नहीं जा रहे है . कुछ सोसाइटी में तो बंदरों से निपटने के लिए लंगूर के कटआउट भी लगाए गए हैं.
वसुंधरा इलाके में बंदरों का आतंक
गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में बंदरों का आतंक सबसे ज्यादा है. यहां बंदरों की संख्या अधिक है और वे खाने की तलाश में लोगों के घरों में घुस जाते हैं. बच्चों को स्कूल जाने के दौरान और अपने घर से बाहर निकलने के दौरान भी डंडा साथ रखना पड़ रहा है.आरडब्ल्यूए फेडरेशन गाजियाबाद के अध्यक्ष कर्नल टीपी त्यागी का कहना है कि कुछ सोसाइटी में लंगूर के कट आउट लगाए गए है ताकि बंदरों के हमलों से निपटा जा सके . जिस सोसाइटी में पहले से ही ये कट आउट लगे हैं, वह पुराने हो गए हैं इसलिए उनके चारों ओर बंदरों की संख्या बढ़ गई है. जल्द ही अधिकारियों से मीटिंग की जाएगी ताकि इस समस्या का समाधान ढूंढा जा सके.
बंदरों के हमलों से बचाव का तरीका
• बंदर खाने की वस्तु छीनने के लिए आप पर झपटे तो उससे मुकाबला न करें बल्कि उस वस्तु को दूर फेंक दें
कूड़ादान में कूड़ा डालने के बाद उसके ढक्कन को अच्छी तरह बंद करें
• बंदर से नजर न मिलाएं. इससे उन्हें हमला करने की प्रेरणा कम होती है.
• खाने का सामान पॉलीथीन के लिफाफों की बजाय जूट के बैग में रखें.
• बंदर द्वारा किए गए हमले के दौरान एकजुट रहें.