उत्तरप्रदेश | मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों तक को योगदान देने की जरूरत है. इलाज को आधुनिक तकनीक से जोड़े, ताकि मरीजों को दूसरे राज्य की तरफ रुख न करना पड़े. समय-समय पर कार्यशाला से आधुनिक तकनीक का आदान-प्रदान संभव है. ये बातें डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कही. वह लोहिया संस्थान व मस्क्यूलोस्केलेटल सोसायटी इंडिया की ओर से आयोजित 11 वीं राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरकारी अस्पताल व मेडिकल संस्थान में लगातार तरक्की कर रहे हैं. गुर्दा से लेकर लिवर प्रत्यारोपण हो रहे हैं. आधुनिक मशीनें जैसे सीटी, एमआरआई व पेट स्कैन जैसे सुविधाएं बड़े संस्थानों में शुरू की जा रही हैं. डायलिसिस की सुविधा मरीजों को मुफ्त मिल रही है. सरकारी अस्पतालों में मुफ्त सीटी स्कैन हो रहा है.
चंडीगढ़ पीजीआई में रेडियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. महेश प्रकाश ने कहा कि एक्सरे, सीटी, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और पेट स्कैन से बीमारी की पहचान आसान हुई है. मस्कुलोस्केलेटल सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. अभिमन्यु केलकर ने कहा कि स्पोर्ट्स इंजरी, मांसपेशी,डिजनरेटिव डिसऑर्डर में रेडियोलॉजी जांच से बीमारी की जल्द पहचान होगी. कार्यक्रम में केजीएमयू की कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद मौजूद रहीं.