यूपी के सिराथू में बीजेपी ने अपने पहले कार्यकाल में विकास की गंगा बहाने का दावा किया था। यहां तक कि प्रदेश के उपमुख्यमत्री केशव मौर्य ने जनता के सामने अरबों रुपये के जन-कल्याणकारी निर्माण का लोकार्पण कर जनता को सौंपे थे। बता दें कि सिराथू केशव मौर्य की पैतृक आवास वाली विधानसभा सीट है। जहां से उन्होंने चुनाव लड़ा था। लेकिन सिराथू की जनता ने उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य पर अपना विश्वास न जताते हुए सपा प्रत्याशी पल्लवी पटेल को अपने विधायक के रूप में चुना।
सिराथू विधायक अब बीजेपी के विकास की गांगा में हाथ धो रही है और निरीक्षण कर एक के बाद एक हकीकत जनता के सामने ला रही हैं। पल्लवी पटेल ने अपने दूसरे दिन के निरीक्षण में नरसिंहपुर कछुआ के ट्रामा सेंटर की पोल खोली है।
दरअसल अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचीं विधायक पल्लवी पटेल उस समय हैरात में पड़ गईं जब सरकारी दस्तावेजों पर डॉक्टर और कर्मचारी मौजूदगी के बाद भी मरीजों का कोई साजो-सामान नहीं मिला।
अस्पताल के हालात बेहद चौंकाने देने वाले थे। अस्पताल में ओटी में मकड़ी ने जाला डालरप अपना घर बना रखा था। अस्पताल की दीवार का प्लास्टर चाभी के खुरचने से गिर पड़ा।
इसी बीच सपा विधायक ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया और सरकार के सामने कई सवाला खड़े कर दिए। इस दौरान विधायक पल्लवी पटेल ने बताया कि अस्पताल केवल कागज पर ही संचालित हो रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में 2 डॉक्टर तैनात हैं। लेकिन उनके लिए अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है। बताया जा रहा है कि पिछले 8 महीने से डॉक्टर यहां आकर बैठ रहे हैं।
इस बीच डेप्युटी सीएमओ डॉ. केडी सिंह का भी एक बयान सामने आया है उन्होंने बताया कि ट्रामा सेंटर में शासन स्तर से पद सृजित नहीं हुआ है। सीएमओ ने अपने स्तर से अस्पताल शुरू किया है। यहां पर दो डॉक्टर आते हैं। उपलब्ध साधन के अनुसार मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जाती है। वहीं हायर चिकित्सा सेंटर में मरीज भेज कर उनका इलाज कराया जा रहा है।
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