लखनऊ। पारा के आदर्श विहार कॉलोनी में गोली मारकर नमस्ते इंडिया कंपनी के दूध के डीलर से रुपयों से भरा बैग लूटने वाले दो और लुटेरों को पुलिस ने शनिवार को पारा के ही मौदा मोड़ पर भरोसा गांव के समीप गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों अभियुक्त दीपक सिंह (28) व अमर (20) पारा के न्यू कांशीराम कॉलोनी के निवासी हैं। मामले में पुलिस पहले ही दो आरोपियों हारुन और रंजीत को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस के अनुसार लूटे गए बैग में कुल 40 हजार रुपये थे।
विदित हो कि आदर्श विहार कॉलोनी निवासी कुलदीप मिश्रा नमस्ते इंडिया दूध के डीलर हैं। गत 13 अक्टूबर को जब कुलदीप दूध के बिल का पैसा कलेक्शन कर घर लौट रहा था, तो दोपहर 1:45 बजे आदर्श विहार कॉलोनी में ही बिना नंबर की बाइक पर सवार दो युवकों ने कुलदीप पर फायरिंग कर पैसों से भरा बैग लूट लिया और फरार हो गए थे। गोली कुलदीप के कंधे पर लगी थी और वह बाल-बाल बच गया।
हारुन व रंजीत ने ही बनाई थी योजना
डीसीपी दक्षिण राहुल राज ने बताया कि हारुन और रंजीत ने ही वारदात की योजना बनाई थी। दरअसल न्यू कांशीराम कॉलोनी में दीपक की एक सब्जी की दुकान है। दुकान के ठीक सामने परचून की दुकान में कुलदीप आकर पैसे कलेक्ट करता था। दीपक ने ये बात अपने मित्र हारुन को बताई। हारुन और रंजीत ने कुलदीप की रेकी कर दीपक को बताया कि कलेक्शन के बाद कुलदीप के पास हर दिन करीब 2-3 लाख रुपये इकट्ठा होते हैं। हारुन ने लूट की योजना बनाई और इसमें दीपक व अमर को भी शामिल किया। हारुन ने ही वारदात को अंजाम देने के लिए दीपक को तमंचा उपलब्ध कराया था।
दीपक ने ही की थी फायरिंग
डीसीपी ने बताया कि 13 अक्टूबर को करवाचौथ के दिन जब कुलदीप रुपयों का कलेक्शन करके लौट रहा था तो दीपक और अमर ने उसका पीछा किया और बुद्धेश्वर मार्ग पर आदर्श विहार कॉलोनी के मोड़ पर सन्नाटा देखकर दोपहर 1:45 बजे कुलदीप का रास्ता रोका और दीपक ने तमंचा निकालकर उसपर फायर कर दिया। इसके बाद दोनों रुपयों से भरा बैग लेकर मौके से फरार हो गए।
मोबाइल बंद कर उन्नाव में छिपे रहे लुटेरे
डीसीपी ने बताया कि दोनों अपराधियों को पकड़ने में पुलिस को इसलिए समय लगा क्योंकि पूर्व में संशय रहा कि लूट के इरादे से घटना कारित हुई है या पुरानी रंजिश के चलते। दरअसल कुलदीप का मलिहाबाद के अनुराग सिंह नामक लड़के से पारिवारिक विवाद था। वहीं घटना को अंजाम देने के बाद दोनों लुटेरे अपने मोबाइल फोन स्विच ऑफ करके उन्नाव भाग गए थे और जगह बदल-बदल कर रह रहे थे।
मुखबिर की सूचना पर अमर के घर उन्नाव पर दबिश दी गई और उसकी मां को सीसीटीवी से निकाली गई फोटो दिखाई तो उसने पहचान लिया। इसके बाद उसकी मां भी उन्नाव से फरार होकर लखनऊ आ गई। शनिवार को अमर और दीपक को उनके दूसरे नंबर को ट्रैक करते हुए गिरफ्तार किया गया। दीपक पुराना अपराधी है और उसके खिलाफ कुल चार मामले दर्ज हैं। वर्ष 2019 में वह हत्या के प्रयास के एक और मामले में जेल भी जा चुका है।
सोर्स - अमृत विचार,