मंत्री संजय कुमार निषाद ने किया सरकारी विद्यालयों का औचक निरीक्षण
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झांसी। उत्तर प्रदेश के मत्सय मंत्री और जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ़ संजय कुमार निषाद ने शनिवार को जनपद के भ्रमण के दौरान कई सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया और पायी गयी अव्यवस्थाओं पर कड़ी नाराजगी दिखाते हुए शीघ्र सुधार करने के आदेश दिये। प्रभारी मंत्री ने कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय बम्हरौली मोंठ, गोस्वामी तुलसीदास विद्यापीठ इंटर कॉलेज ऐरच, पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय ऐरच एवं ग्राम पंचायत पहाड़ीबुजुर्ग विकासखंड चिरगांव में निर्मित अमृत सरोवर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में सबसे तहसील मोठ क्षेत्र अन्तगर्त ग्राम बम्हरौली में कन्या प्राथमिक विद्यालय बम्हरौली (कम्पोजिट) का निरीक्षण किया गया यहां पर विद्यालय में तैनात 07 शिक्षक एवं 02 शिक्षा मित्र मौके पर उपस्थित पाए गए, विद्यालय में पंजीकृत छात्र व छात्राओं के निरीक्षण में उपस्थित पंजिका का अवलोकन करने पर 245 छात्र पंजीकृत पाये गये परन्तु पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष 110 छात्र व छात्राएँ मौके पर कक्षा में अध्ययनरत पाये गये, जो 45 प्रतिशत से भी कम रहे।
इस पर उन्होंने प्रधानाध्यापक को घर घर जाकर अभिभावकों से बात करने और मीटिंग कर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करने का आदेश दिया। विद्यालय परिसर में साफ सफाई संतोषजनक नहीं पाये जाने पर प्रतिदिन सफाई कराने के आदेश दिये। इसके पश्चात गोस्वामी तुलसीदास विद्यापीठ इंटर कॉलेज ऐरच का निरीक्षण किया गया और निर्देश दिए कि विद्यालय में बच्चों के बैठने हेतु उचित स्थान की व्यवस्था की जाए, पीने के लिए शुद्ध पेयजल, कक्षाओं में पर्याप्त प्रकाश एवं विद्यालय परिसर में अन्य आवश्यक सुविधाएं एवं संसाधन बच्चों को अध्ययन हेतु मुहैया कराए जाएं जिससे उन्हें शिक्षा प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो सके। विद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर दरवाजा अनिवार्य रूप से लगवाया जाए जिससे विद्यालय अध्ययन कार्य प्रभावित ना हो। इसके बाद पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय ऐरच का निरीक्षण कर जरूरी निर्देश दिये। निषाद ने ग्राम पंचायत पहाड़ीबुजुर्ग विकासखंड चिरगांव में निर्मित अमृत सरोवर का औचक निरीक्षण किया और निर्देश दिए कि तालाब के चारों ओर सुंदर वृक्षों का पौधरोपण कराया जाए साथी तालाब के सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाए, जिससे स्थानीय निवासियों के मनोरंजन की द्दष्टि यह तालाब एक प्रमुख संसाधन के रूप में तैयार हो सके।