उत्तरप्रदेश | मुरादाबाद में उत्तराखंड बार्डर पर एक बार फिर खनन माफिया सक्रिय हो गए हैं. सिंडीकेट पुलिस की मिलीभगत से काम कर रहा है. पिछली घटना से सबक नहीं लिया गया. उस वक्त एसडीएम से सामने से खनन माफिया वाहन थाने से जबरन छुड़ा ले गए थे.
अवैध रूप से खनन के वाहन निकाले जा रहे हैं. उत्तराखंड से बालू रेता, बजरफुट के ट्रक रात में पार होते हैं. खनन सिंडीकेट पुलिस की मिलीभगत से अपने काम को अंजाम दे रहा है. इस सिंडीकेट से अलग जो भी चलने की कोशिश करता है उसका चालान करवा दिया जाता है.
एक मामला संज्ञान में आने के बाद इस बात पर मुहर भी लग चुकी है. हैरत इस बात की है कि राजस्व विभाग के अधिकारियों की गैर मौजूदगी में पुलिस वाहनों का चालन कर देती है. अवैध खनन पर एक ओर मुख्यमंत्री सख्ती कर रहे हैं तो दूसरी ओर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. पूर्व में तत्कालीन एसडीएम परमानंद सिंह ने खनन के वाहन ठाकुरद्वारा के एसडीएम रहते पकड़े और बाद मे एसडीएम सदर रहते भी पकड़े थे. अब अवैध वाहनों को खुली छूट है. न तो एसडीएम अंकुश लगा रहे और न ही पुलिस इस पर कुछ कर रही है. खनन करने वाले वाहनों को पकड़ कर थाने लाने पर एक बार एसडीएम के सामने खनन माफिया वाहन छुड़ा भी ले गए थे. इतना सब होने के बाद खनन का खेल फिर शुरू हो गया है. मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि मैंने डीआईजी से भी बात की है और मुरादाबाद के जिलाधिकारी से वार्ता की है. कहा है अवैध खनन पूरी तरह से रुकना चाहिए.