जिले में जापानी बुखार ने दी दस्तक, 11 साल की बच्ची में हुई पुष्टि
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बरेली। जिले में अब जापानी बुखार (जापानी इंसेफेलाइटिस) ने भी दस्तक दे दी है। 11 साल की एक बच्ची में इसकी पुष्टि हुई है। इससे स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के खलबली मची हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार यह एक संक्रमण बुखार है, जिसमें मरीज को तेज बुखार आता है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जिस मरीज में इसकी पुष्टि हुई है, उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा अखिलेश्वर सिंह के अनुसार फरीदपुर के गांव रमपुरा रतन निवासी बच्ची का इलाज लखनऊ के एसजीपीजीआई में चल रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने शनिवार को सूचना दी कि जांच में बच्ची जपानी बुखार से ग्रसित मिली है।
मरीज मिलने के बाद होती है फॉगिंग
जिले में मलेरिया विभाग की ओर से मच्छरों की रोकथाम के लिए टीमें भेजकर फॉगिंग कराने का दावा किया जा रहा है, लेकिन यह दावा कागजी साबित हो रहा है। मरीज मिलने के बाद ही विभाग की नींद नहीं टूट रही है। मरीज मिलने के बाद गांव में फॉगिंग कराई जाती है।
जापानी बुखार क्या है
जापानी इंसेफेलाइटिस एक ऐसी बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से फैलती है। ये मच्छर फ्लेविवायरस से संक्रमित होते हैं। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। विशेषज्ञों के अनुसार जापानी इंसेफेलाइटिस पूर्वांचल में अधिक होता है। इस बुखार का पता मच्छर के काटने के पांच से 15 दिनों में दिखाई देता है।
जापानी बुखार के लक्षण
तेज बुखार आता है
गर्दन में अकड़न महसूस होती है
सिरदर्द होता है
बुखार आने पर घबराहट होती है
ठंड के साथ-साथ कंपकंपी आती है
कभी-कभी मरीज कोमा में भी चला जाता है