जिंदगी से जंग हार ही गया जमशेद, मौत के बाद परिजनों में मचा कोहराम, झोलाछाप पर लगाया था गलत ऑपरेशन का आरोप
थानाभवन। नगर में सीएमओ शामली की मिलीभगत से संचालित एक नर्सिंग होम में पित्त की थैली का गलत ऑपरेशन के कारण परेशानी झेल रहे मरीज ने दम तोड़ दिया। हॉस्पिटल संचालक अब परिजनों से मामले को रफा-दफा करने की जुगत भिड़ा रहा है। तीन दिन से पूरा मामला सोशल मीडिया व प्रमुख अखबारों में प्रकाशित होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक मामले में कोई कार्यवाही करने की जहमत नहीं उठाई। पूरा मामला थानाभवन क्षेत्र के गांव मसावी का है।
मसावी निवासी जमशेद पुत्र माशूक अली का थानाभवन नगर के सिटी गार्डन बारात घर के पास संचालित सिटी लाइफ हॉस्पिटल में पित्त की थैली का ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन में बाद जमशेद की हालत खराब होने पर उसको दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में परिजनों ने दिखाया तो चिकित्सकों ने परिजनों को बताया कि पित्त की थैली का गलत ढंग से ऑपरेशन किया गया है, जिस कारण लीवर की नस कट गई है और अब उनकी जान बचनी मुश्किल है। दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भर्ती पीडि़त की हालत में कोई सुधार नहीं होने पर इंकार करते हुए घर भेज दिया था। परिजनों ने भी झोलाछाप चिकित्सक पर लापरवाही करने का आरोप लगाया था। लंबे समय तक परेशानी झेल रहे जमशेद ने रविवार की देर शाम दम तोड़ दिया है। जमशेद की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। हालांकि अभी तक परिजनों ने इस मामले में पुलिस को लिखित रूप से शिकायत नहीं दी है। जबकि मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने कई दिनों से चल रहे इस मामले को लेकर हॉस्पिटल पर पहुंचकर जांच पड़ताल करने की जहमत तक नहीं उठाई है। जिसकी अब सोशल मीडिया में खूब चर्चा हो रही है।
फिलहाल इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सीएमओ शामली का कहना है कि वह जांच कराएंगे और जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ शामली की कार्यप्रणाली से प्रतीत होता है की उक्त नर्सिंग होम संचालक से मोटी रकम वसूली जा रही है।