इटावा। उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस का अपमान समाजवादी पार्टी (सपा) की चुनावी रणनीति के तहत किया है। विभागीय कार्यों की समीक्षा करने आए प्रसाद ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि मौर्य सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के इशारे पर रामचरितमानस को लेकर के अपमानजनक बयान दे रहे हैं। स्वामी के बयान को सपा की चुनावी रणनीति के हिस्से के तौर पर देखा जाना चाहिये। समीक्षा बैठक के बाद मंत्री ने यमुना नदी के किनारे अर्से से अधूरे पड़े ब्रिज का भी अवलोकन किया और अधिकारियों को जल्द से जल्द पुल का निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा " हमारी सरकार में सभी का सम्मान हो रहा है। इसलिए जनता भी हमें सम्मान दे रही है। विपक्ष के लोग जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन जनता समझदार है।
वह जानती है कि लोगों को गुमराह करने वाले कौन है और विकास कार्य करने वाले कौन हैं।" प्रसाद ने कहा कि 2014 के बाद से हर सरकारी योजना का लाभ गरीबों तक पहुंच रहा है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने भी वह काम करके दिखाया जो अभी तक की किसी भी सरकार ने नहीं किया था। हमारी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। अगर किसी भी अधिकारी/कर्मचारी की लापरवाही या शिथिलता के कारण सरकार पर कोई आरोप लगता है तो सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी की जिम्मेदारी तय करते हुए सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होने अधिकारियों से कहा कि शासन की योजनाओं के सापेक्ष आवंटित धन का सदुपयोग निर्धारित समय सीमा के अन्दर कर करना सुनिश्चित करें, साथ ही साथ अन्य विभागीय कार्यां को भी पूर्ण करने में तत्परता प्रदर्शित हो जो कि धरातल पर भी नजर आयें। अन्यथा की स्थिति में भी सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी की जिम्मेदारी तय करते हुए सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।