मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश : बिजली उत्पादक केन्द्रों की कोयला की मांग को शीर्ष वरीयता पर रखा जाए।

Update: 2022-05-02 08:16 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : देश के साथ उत्तर प्रदेश में बिजली संकट के बीच में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाल लिया है। मुख्यमंत्री ने टीम-09 के साथ समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को सभी 75 जिलों में रोस्टर के अनुरूप निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा है कि हमको केन्द्र सरकार की ओर से हर संभव मदद मिल रही है। प्रदेश में सभी बिजली उत्पादक केन्द्रों की कोयला की मांग को शीर्ष वरीयता पर रखा जाए। उन्होंने कहा कि अगर जरूरी हो तो कोयला खदानों से सभी पावर प्लांट तक कोयले की ढुलाई के लिए रेल मार्ग के साथ-साथ हमको सड़क मार्ग का प्रयोग भी किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में अभी सुधार की व्यापक आवश्यकता है। भविष्य की ऊर्जा जरूरतों के दृष्टिगत व्यापक कार्ययोजना तैयार की जाए। विभागीय मंत्री भी इसमें सुधार लाने के लिए विभाग की कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा करते हुए हर स्तर पर व्यापक बदलाव के प्रयास करें। सभी जिलों का मूल्यांकन कर मांग के अनुरूप बिजली आपूर्ति को जारी रखें।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में बिजली के बिक बकाया है। इसको देखते हुए बिजली बिल के समयबद्ध भुगतान के लिए उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

इसके लिए यह जरूरी है कि लोगों को सही बिल मिले और समय पर मिले। ओवरबिलिंग, फाल्स बिलिंग अथवा विलंब से बिल दिया जाना उपभोकता को परेशान करती है।

इस व्यवस्था में सुधार के लिए बिलिंग और कलेक्शन एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए ऊर्जा विभाग को ठोस कार्ययोजना बनानी होगी। ग्रामीण इलाकों में विशेष प्रयास की जरूरत है। बिजली बिल बकाए के भुगतान के लिए एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) लाई जाए। उन्होंने कहा कि योजना ऐसी हो, जिसमें लोगों को बकाए पर ब्याज से छूट मिले, इसके साथ किस्त में भुगतान की सुविधा हो। इस संबंध में यथाशीघ्र कार्रवाई हो।

सोर्स-jagran


Tags:    

Similar News

-->