उसकी बहन और बहनोई की 11 करोड़ से ज़्यादा की संपत्ति कुर्क, जल्द चल सकता है बुलडोजर, गैंगस्टर विकास दुबे
उसकी बहन और बहनोई की 11 करोड़ से ज़्यादा की संपत्ति कुर्क, जल्द चल सकता है बुलडोजर, गैंगस्टर विकास दुबे
उत्तर प्रदेश के चर्चित बिकरू कांड (Bikru Kaand) के मुख्य आरोपित और पुलिस मुठभेड़ में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे (Gangster Vikas Dubey) की बहन, बहनोई और करीबियों पर प्रशासन ने शिकंजा कसा है. विकास दुबे और उसकी बहन-बहनोई की 11 करोड़ की संपत्ति कुर्क (Property Attach) की गई है. विकास दुबे की बहन चंद्रकांती की कानपुर देहात (Kanpur Rural) के शिवली में 80 लाख की संपत्ति कुर्क की गई. विकास दुबे के जीजा दिनेश तिवारी की 7 लाख की संपत्ति कुर्क की गई है. प्रशासन द्वारा कुल 11 करोड़ 78 लाख 910 रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है.
जानकारी के मुताबिक विकास दुबे के करीबियों की संपत्ति जल्द ही बुलडोजर चल सकता है. बता दें कि विकास दुबे बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करके चर्चा में आया था. जिसके बाद 10 जुलाई 2020 को दुबे STF एनकाउंटर में मारा गया था. अब से करीब एक महीने पहले गैंगस्टर विकास दुबे की लगभग 67 करोड़ रुपये कीमत की एक दर्जन से अधिक संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया गया था. अधिकारियों ने तब बताया था कि दुबे ने ये संपत्तियां कथित तौर पर अवैध तरीके से अर्जित की थीं. जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया था कि जो संपत्तियां कुर्क की गई हैं, वे विकास दुबे, उसकी पत्नी ऋचा दुबे और परिवार के अन्य सदस्यों व करीबी रिश्तेदारों के नाम पर दर्ज थीं. ये संपत्तियां कानपुर के अलावा कानपुर देहात और लखनऊ में स्थित थीं.
बिकरू गांव में 2020 में कर दी गई थी पुलिसकर्मियों की हत्या
शर्मा ने कहा, मैंने कानपुर देहात और लखनऊ के जिलाधिकारियों से इन संपत्तियों के लिए उप-जिलाधिकारी या तहसीलदार स्तर वाले रिसीवर नियुक्त करने के लिए एक लिखित अनुरोध किया है. गौरतलब है कि कानपुर जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दो-तीन जुलाई 2020 की दरमियानी रात को 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी. यह पुलिस टीम बिकरू निवासी कुख्यात माफिया विकास दुबे को पकड़ने के लिए उसके घर दबिश देने गई थी. पुलिस का आरोप है कि विकास दुबे और उसके सहयोगियों ने एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी थी. घटना के हफ्तेभर के भीतर ही मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तार कर लिया था.
उज्जैन में किया गया था दुबे गिरफ्तार
अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस जब विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ले आ रही थी, तब उसने भागने की कोशिश की थी और इसी दौरान वह मुठभेड़ में मारा गया था. उस समय उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने पत्रकारों से कहा था कि बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को पुलिस ने उज्जैन में गिरफ्तार किया था और उसे कानपुर लाया जा रहा था. कुमार ने बताया था कि कानपुर जिले में गाड़ी पलट गई तो विकास दुबे ने एक घायल पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली और भागने की कोशिश करने लगा. उन्होंने बताया था कि पुलिस ने विकास दुबे को चारों तरफ से घेरकर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन उसने गोली चला दी और जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिससे वह घायल हो गया. कुमार ने बताया था कि घायल विकास दुबे को पुलिस जब अस्पताल लेकर पहुंची तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.