बागपत जनपद में बड़ौत के लुहारी गांव में फूड प्वाइजनिंग से एक बच्चे सहित परिवार के छह लोगों की तबीयत बिगड़ गई। उनको सीएचसी पर भर्ती कराया गया, जहां से एक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल से मेरठ के लिए रेफर कर दिया।
लुहारी गांव के रहने वाले नरेश के घर पर मंगलवार सुबह महिलाओं ने दाल-चावल और रोटी बनाई थी। कुछ सदस्य किसी काम से बाहर चले गए। शाम को जब परिवार के बाकी सदस्य घर लौटे तो उन्होंने बची हुई दाल और चावल खा लिया। तीन घंटे बाद परिवार के मुखिया नरेश, 65 वर्षीय श्यामो पत्नी नंदकिशोर, 24 वर्षीय सोनू पुत्र नरेश, 19 वर्षीय स्वाति पुत्री नरेश, 16 वर्षीय सुंदरी पुत्री नरेश और सात वर्षीय देव पुत्र आकाश को उल्टियां और दस्त शुरू हो गए।
मोहल्ले के लोगों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने इसकी सूचना 108 एंबुलेंस को दी। बीमार पड़े सदस्यों को सीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां से चिकित्सकों ने नरेश को जिला अस्पताल से मेरठ के लिए रेफर कर दिया।
सूचना पर सीएचसी अधीक्षक डॉ. विजय कुमार मौके पर पहुंचे और मरीजों की जांच की। सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि बासी खाना खाने से अक्सर फूड प्वाइजनिंग हो जाती है। कोशिश करें कि ताजा बना हुआ खाना खाएं। जो बीमार सदस्य भर्ती है उनका उपचार किया जा रहा है, जल्द ही उन्हें छुट्टी दी जाएगी।