यूपी के रायबरेली में पुलिस ने आधा दर्जन ऐसे शातिर चोरों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जिन्होंने 29 लग्जरी गाड़ियों की चोरी की थी.
सदर कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम को जब मुखबिर से चोरों के आने की सूचना मिली तो टीम ने क्षेत्र के गोरा बाजार पावर हाउस के पीछे से आधा दर्जन लोगों को दो चोरी की कारों के साथ गिरफ्तार कर लिया.
पकड़े गए शातिरों की निशानदेही पर 29 लग्जरी कारों को पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस की मानें तो ये शातिर चोर रेकी कर कारों को चुराते थे और उसके इंजन नंबर और चेसिस नंबर को बदल कर फर्जी रजिस्ट्रेशन कराकर आम आदमी को बेच देते थे.
फिलहाल अभी इनके आधा दर्जन साथी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है, जल्द ही वो भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे. आप एक लाइन से खड़ी जो गाड़ियां तस्वीर में देख रहे हैं ये किसी शोरूम में नहीं बल्कि रायबरेली पुलिस अधीक्षक कार्यालय के परिसर में है.
इन गाड़ियों को दिल्ली, नोएडा और अन्य शहरों से चुराया गया था और रायबरेली में इन्हें बेचने के लिए रखा गया था. जिले की एसओजी टीम और सदर कोतवाली पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि गोरा बाजार पावर हाउस के पास कुछ लोग मौजूद हैं और उनके पास चोरी की कारे हैं.
सूचना मिलते ही पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर छापा मारा और आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने पड़ोस में ही एक गोदाम से 31 लग्जरी गाड़िया के होने की सूचना दी. चोरों से बरामद की गई गाड़ियों में क्रेटा, ब्रेजा, अमेज, होंडा सिटी, सेवरले क्रूज, हुंडई आई 20 जैसी लग्जरी कारें शामिल हैं.
गिरफ्तार किए गए शातिर लुटेरों से जब गहनता से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उनका 12 लोगों का एक ग्रुप है. वो लोग दिल्ली, एनसीआर,नोएडा आदि शहरों से गाड़ियों की रेकी कर अपनी चाभियों से क्लोन बनाकर गाड़ियों को चुरा लेते हैं.
आरोपियों ने बताया कि वो लोग खोई हुई गाड़ियों के इंजन नंबर और चेसिस नंबर को चोरी की गई सेम मॉडल की कार में लगाकर उसके फर्जी कागजात बनाकर लखनऊ और आसपास के शहरों में बेच देते हैं.
पुलिस ने उनके पास से एक लैपटॉप, चाभियों का गुच्छा, प्रिंटर आदि बरामद कर लिया साथ ही उनके फरार साथियों की तलाश शुरू कर दी.