वाराणसी। बरसात का मौसम लगभग बीतने को है, ऐसे में मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। इस बीच कुहासा पड़ने लगा है। इसका असर यह है कि आधी रात बाद से ओस की बूंदें गिरने लगी हैं। इस कारण लोगों को सिहरन महसूस होने लगी है। सितंबर में औसत के सापेक्ष महज 33 फीसद ही बारिश हुई।
बुधवार को कुसाहा हल्का था। वहीं गुरुवार की सुबह कई ग्रामीण इलाकों में ज्यादा कुहासा दिखा। दोपहर में धूप भी बहुत तीखी रही। इस वजह से अधिकतम तापमान भी बढ़कर एक बार फिर 35.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। पिछले 24 घंटे में 9 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। जून से सितंबर तक का मौसम मानसून का माना जाता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार चार महीनों में मानक के अनुसार 910 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी। सितंबर बीतने को है, लेकिन कुल बारिश केवल 588 मिलीमीटर ही हो पाई है। अगर सितंबर महीने की बात करें तो मानक 246 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए, जो 80 मिलीमीटर बारिश हो पाई है।
यह आंकड़ा पिछले तीन महीनों से बहुत कम है। इसके पहले जुलाई में 134, अगस्त 195 और सितंबर 180 मिलीमीटर बारिश हुई है। ऐसे कहा जाए तो मानक के मुताबिक 33 प्रतिशत ही बारिश इस महीने में अब तक हो पाई है। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव के अनुसार अब मानसून का सीजन खत्म होने वाला है। तापमान में कमी और नमी बढ़ जाने के कारण कुहासा शुरू हो जाता है।