संभल। असमोली थाना क्षेत्र के रुस्तमपुर न्यावली गांव में टेंट हाउस व उससे सटे मकान में भीषण आग लग गई। लपटों के बीच फंसे दंपति और उनकी बेटी को मकान की दीवार काटकर किसी तरह निकाला गया। गांव के लोग दमकल वाहनों की राह ही देखते रहे। तीन घंटे बाद दमकल पहुंची। तब तक दुकान व मकान में रखा लाखों रुपये का सामान जलकर नष्ट हो चुका था।
रुस्तमपुर न्यावली निवासी हुकम सिंह मकान परिसर में ही बनी दुकान में टेंट का कारोबार करते हैं। बुधवार की देर रात दुकान के बाहर खड़े बिजली के पोल पर केबिल में शॉर्ट सर्किट की वजह से चिंगारी निकली। इससे दुकान के बाहर रखे टेंट के सामान में आग लग गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग दो दुकानों के साथ ही घर के अंदर तक फैल गई। हुकम सिंह की आंख खुली तो आग की लपटों को देख उसने मदद के लिए शोर मचा दिया। शोर को सुन आसपास के लोग मौके पर इकठ्ठा हो गए। सूचना पाकर पुलिस भी पहुंच गई। आग की उठती लपटों की वजह से मकान के अंदर-बाहर जाने का रास्ता बंद हो गया।
दुकान में रखे टेंट के सामान में लगी आग इतनी भयंकर थी कि लपटें मकान के मुख्य दरवाजे तक पहुंच गईं। मकान में आने - जाने का रास्ता बंद हो गया। हुकम सिंह, उसकी पत्नी रामप्यारी और बेटी कुंती मकान के अंदर फंस गए। पड़ोस में रह रहे छोटे भाई धर्म सिंह ने आनन-फानन में अपने मकान की ओर से दीवार काटकर दंपति और बेटी को घर से बाहर निकाला। अगर समय रहते दीवार नहीं काटी होती तो तीन जिंदगी आग में जल गई होतीं। आग से दुकान में रखा टेंट और घर के अंदर रखा अनाज, कपडों सहित खाने-पीने का सामान जलकर राख हो गया। गुरुवार की सुबह लाइनमैन मौके पर पहुंचे और केबिल के तारों को जोड़कर बाधित हुई बिजली की आपूर्ति को सुचारु कराया। हुकम सिंह ने बताया कि आग लगने से करीब 27 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि दुकान व मकान में आग लगने की सूचना मिलने के तीन घंटे के बाद दमकल कर्मी गाड़ी लेकर गांव पहुंचे। गांव के बाहर राम रक्षपाल मेमोरियल इंटर कॉलेज के पास लगे बिजली के पोल की वजह से मोड़ पर दमकल वाहन फंस गया। इसके बाद छोटी गाड़ी लेकर मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है मौके पर पहुंचे दमकल कर्मी ग्रामीणों के साथ दुर्व्यवहार करने लगे।