पिता ने दी थी 15 साल की पिंकी को दर्दनाक मौत, सौतेली बेटी के चरित्र पर था शक
मेरठ। किठौर थाना इलाके के तेजपुरी गांव में 15 साल की पिंकी की हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। खादर इलाके में करोड़ों की जमीन पर कब्जे की नीयत और एक ठेकेदार को फंसाने की मंशा से पिता विनोद ने ही सौतेली बेटी पिंकी को मार डाला था। ऐसा करके वो मानसिक रूप से बीमार पिंकी से छुटकारा पाना चाहता था और उसकी हत्या के आरोप में ठेकेदार कालू को फंसाना चाहता था। लेकिन छानबीन के बाद जो सच सामने आया, उससे पुलिस भी हैरान रह गई। आरोपी विनोद को गिरफ्तार कर लिया गया।
दरअसल किठौर थाना इलाके के तेजपुरी गांव निवासी पिंकी के सौतेले पिता को उसे चाल चलन पर शक था। वो बेटी की हरकतों से परेशान था। उससे छुटकारा पाना चाहता था। इसके लिए उसने एक तरकीब सोची और ठेकेदार को फंसाकर उसकी करोडों की जमीन कब्जाने की योजना बनाई। एक तीर से दो निशाने साधने के लिए उसने अपनी ही बेटी को मौत के घाट उतार दिया। पूछताछ में आरोपी पिता ने सारा सच उगल दिया।
पुलिस पूछताछ में पिता की जुबान लड़खड़ाते ही हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। जांच में सामने आया है कि विनोद ने एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की। बेटी के चाल-चलन को लेकर विनोद को शक था। वो बेटी को मारकर खादर में डेरावाला में खेती-बाड़ी करना चाहता था। जिसमें अड़ंगा ठेकेदार कालू लगा रहा था। दोनों मकसद पूरे करने के लिए विनोद ने ठेकेदार कालू को बेटी की हत्या में नामजद आरोपी बनाया था।
पुलिस के मुताबिक तेजपुरी गांव में पिंकी को सात दिन पहले गोली लगी थी। ये गोली खुद उसके पिता ने ही मारी थी। गुरुवार रात पिंकी की मौत हो गई थी। पिता विनोद ने परीक्षितगढ़ शेरावानी गांव निवासी कालू के खिलाफ बेटी की हत्या का केस दर्ज कराया गया। आरोप है कि ठेकेदार कल्लू के पास विनोद भी काम करता था। कालू पर कुछ रुपये बकाया थे। विनोद ने बताया कि खादर में बाबा बिसरा सिंह की जमीन की देखरेख ठेकेदार कालू करते हैं। इस जमीन पर कब्जा करने के लिए बढ़ला आलमगीर गांव के कुछ लोग लगे हुए हैं। इसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा है। दूसरे पक्ष ने विनोद से सेटिंग कर ली। इसके बाद विनोद ने बेटी की हत्या कर ठेकेदार कालू को नामजद आरोपी बनाया।