गंगनहर पटरी से पेड़ काटे जाने पर पर्यावरण चिंतकों ने जताया ऐतराज

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Update: 2023-01-08 12:19 GMT
मुजफ्फरनगर। स्थानीय ग्रीन स्टेट, एटूजेड कॉलोनी निवासी डॉ. शेखर चंद्र प्रोफेसर, जंतु विज्ञान एसडी डिग्री कॉलेज के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें पर्यावरण असंतुलन की गंभीर स्थिति से अवगत कराते हुए जिलाधिकारी से तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की, कि केंद्र सरकार के सड़क एवं भूतल परिवहन विभाग की एक योजना, जिसमें मुरादनगर से हरिद्वार तक गंग नहर की दूसरी पटरी को सड़क में तब्दील करने से लाखों की संख्या में पेड़ों का कटान होगा, इससे पर्यावरण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह का विकास आम आदमी के विनाश का कारण होगा।
सभी बौद्धिक एवं जिम्मेदार लोगों का दायित्व बनता है कि जलवायु पर विपरीत प्रभाव न पड़े और पर्यावरण संतुलन कायम रहे, जिसमें उन्हें बताया कि गंग नहर की दायीं पटरी पर मार्ग निर्माण के लिए सवा लाख पेड़ काटे जाने का प्रस्ताव है, इतनी बड़ी संख्या में पेड़ों के काटे जाने से क्षेत्र का पर्यावरण संतुलन खराब हो जाएगा और इन पेड़ों पर रहने वाले जीव-जंतुओं के आवास नष्ट हो जाएंगे, साथ ही क्षेत्र की पारिस्थितिकी और जैव विविधता के सामने संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। ज्ञापन में पेड़ों के न काटे जाने के की मांग की है। पर्यावरण में असंतुलन उत्पन्न होने से जीवन के सामने संकट उत्पन्न हो जाएगा। पर्यावरण एवं जीव-जंतुओं की सुरक्षा और संरक्षण बेहद जरूरी है।
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