पॉवर कारपोरेशन भी अपने अजब-गजब कारनामों के चलते हमेशा सुर्खियों में रहता है। बिजली बिल का यूनिट शून्य होने के बाद भी काशीराम कालोनी ट्रांसपोर्ट नगर के रहने वाले उपभोक्ता का बिल तीन हजार के पार हो गया। बिल देखकर उपभोक्ता भी चक्कर में पड़ गया। इस मामले में उपभोक्ता ने पावर कारपोरेशन के अफसरों से शिकायत भी दर्ज कराने का प्रयास किया, मगर उन्हें कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिल सका।
पूरनपुर हाईवे स्थित काशीराम कालोनी ट्रांसपोर्ट नगर के रहने वाले रजनीश शुक्ला ने एक किलोवॉट का कनेक्शन ले रखा है। जिससे उनके घर में लाइट, टीबी, फ्रिज के अलावा कुछ प्रयोग नहीं होता है। इसका न्यूनतम बिल 1600 और अधिकतम दो हजार रुपये के आसपास रहता है। उनका अगस्त तक का भुगतान भी जमा है। बिल आने पर उनकी ओर से तत्काल भुगतान भी करा दिया जाता है, मगर इस बार बिजली का जब बिल आया तो वह चौंक गए। इस पर बिल लेकर आए युवक ने 3010 रुपये का बकाया भुगतान निकाल दिया।
खास बात यह है कि मीटर से देखकर निकाले गए बिल में बिजली की यूनिट का उल्लेख शून्य है। लेकिन इसके बाद भी उनका बिल तीन हजार से कैसे पार हो गया? बिल निकालने वाले कर्मचारी से जब इसकी जानकारी ली तो वह भी इसका जवाब नहीं दे सका। पीड़ित ने बताया कि उनके बिल के अलावा कॉलोनी के तमाम लोगों के बिल भी खेल किया गया है। जिसमें सभी का बिल अधिकतम दिख रहा है। जबकि घर पर न एसी का प्रयोग होता है और न ही किसी अन्य हैवी उपकरणों का। इसके बाद भी बिल कैस अधिक आ गया, इसको लेकर कॉलोनी के लोगों में रोष है।
बिल में हमेशा यूनिट का उल्लेख होता है। कई बार मशीन की टेक्निकल दिक्कत की वजह से ऐसा होता है। अगर, किसी उपभोक्ता के साथ ऐसा हुआ है तो वह नकटादाना उपखंण्ड या फिर हमारे कार्यालय में आकर संपर्क कर सकता है। समस्या का समाधान कराया जाएगा। किसी उपभोक्ता को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।- ज्ञानेंद्र सिंह, एक्सईन, पावर कारपोरेशन।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar