मादक पदार्थों की तस्करी पर लगेगी लगाम, यूपी में अब अलग से होगी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मादक पदार्थों की तस्करी रोकने व बिक्री पर लगाम लगाने के लिये एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन कर एक डीआइजी की तैनाती कर दी है. यह टास्क फोर्स एडीजी क्राइम के अधीन कार्य करेगी. योगी सरकार ने टास्क फोर्स में पहली तैनाती करते हुये अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से प्रतिनियुक्ति पर आये अब्दुल हमीद को डीआइजी बनाया गया है.
यूपी पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि प्रथम चरण में बाराबंकी व गाजीपुर में नारकोटिक्स थाना स्थापित किया जायेगा. एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) में केन्द्र की अन्य विशिष्ट इकाईयां जैसे एनसीबी (Narcotics Control Bureau), Central Bureau of Narcotics, डायरेक्टरेट आफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) से अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति के आधार पर लिया जायेगा. एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के सदस्यों के लिए प्रोत्साहन के लिये पुरस्कार एवं अन्य विशेष भत्ते की व्यवस्था की जायेगी. एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) को मादक पदार्थों के कारोबार में लिप्त अपराधियों, माफियाओं और गिरोहों के विरुद्ध कार्रवाई में छापेमारी, सीजर, गिरफ्तारी व विवेचना करने की सभी पावर होंगी. साथ ही अपने कार्यक्षेत्र में किसी भी थाने में अपराधियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा खुद विवेचना कर सकेंगे. एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) पूरे उत्तर प्रदेश में तीन रीजन वेस्ट, सेंट्रल व ईस्ट में बांटा गया है.
यूपी पुलिस के मुताबिक, मुख्यालय स्तर पर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के प्रभारी डीआइजी (एएनटीएफ) होंगे. जिनका सहयोग में एसपी (एएनटीएफ) ऑपरेशन व पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ) मुख्यालय पर नियुक्त रहेंगे. साथ ही मुख्यालय स्तर पर अपर पुलिस अधीक्षक- ऑपरेशन, अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय तथा पुलिस उपाधीक्षक-ऑपरेशन एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय नियुक्त होंगे. तीन रीजन वेस्ट, सेंट्रल व ईस्ट के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक होंगे. वेस्ट रीजन के अन्तर्गत मेरठ, बरेली, आगरा, सेंट्रल रीजन के अन्तर्गत लखनऊ, कानपुर व ईस्ट रीजन के अन्तर्गत प्रयागराज, गोरखपुर व वाराणसी जोन आयेंगे.