किसान की हत्या के मामले में अब लाई डिटेक्शन से साक्ष्य जुटाएगी दौराला पुलिस
मेरठ। कनौडा गांव में 8 मई 2020 को खेत पर सिंचाई करने आए थाना भावनपुर के गांव रूकनपुर मोरना निवासी 40 वर्षीय किसान पवन उर्फ मोनू की हत्या के मामले में दौराला पुलिस नामजद आरोपियों का लाई डिटेक्शन करायेगी। इसके लिए बृहस्पतिवार को दौराला थाना प्रभारी नामजद आरोपियों को लेकर लखनऊ में विधि विज्ञान केंद्र के लिए रवाना हुए। थाना भावनपुर के रुकनपुर मोरना गांव निवासी पवन उर्फ मोनू पुत्र त्रिलोक चंद ने वलीदपुर गांव के पास मेरठ निवासी बिट्टू अग्रवाल की कृषि भूमि पर ठेके पर ले रखी थी। 8 मई 2020 की रात में खेत पर सिंचाई करने के दौरान उसकी हत्या कर दी गई थी। घर न लौटने पर परिजन ढूंढते हुए खेत पर पहुंचे तो खून से लथपथ उसका शव मिला।
इस मामले में भाई संजीव ने सगे भाई मनोज, वलीदपुर निवासी सुशील व उसके भाई मनोज, कंकरखेड़ा थाने के जाटौली निवासी परमवीर पर हत्या का शक जाहिर करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने हिरासत में लेकर चारों से पूछताछ की। परंतु, कोई ठोस साक्ष्य हाथ नहीं लगा। घटना का खुलासा करने के लिए दौराला थाना पुलिस ने कोर्ट से चारों नामजद आरोपियों का लाई डिटेक्शन कराने की मंजूरी ली। कोर्ट ने चारों का लाई डिटेक्शन कराने की मंजूरी दे दी। जिस, पर बृहस्पतिवार को दौराला थाना प्रभारी रमाकांत पचौरी चारों को लेकर लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला में लाई डिटेक्शन कराने के लिए रवाना हो गए। थाना प्रभारी रमाकांत पचौरी ने बताया कि हत्या को लेकर लाई डिटेक्शन कराया जायेगा। दौराला थाना क्षेत्र में यह पहली बार है जब किसी का लाई डिटेक्शन कराया जा रहा है।