हमीरपुर। मझगवां थाने के इटौरा गांव में सिरफिरे पति ने दिनदहाड़े पत्नी के सिर पर कुल्हाड़ी मार कर निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी पति हाथ में कुल्हाड़ी लिए भाग गया। ग्रामीणों को जब घटना की जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया। ग्राम प्रधान की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचायतनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पुलिस अधीक्षक डा. दीक्षा शर्मा ने मौके पर पहुंच घटनास्थल का बारीकी से जायजा लिया। इस दौरान एसपी ने थानाध्यक्ष मझगवां को वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए। महिला की हत्या से गांव में सन्नाटा पसर गया। हत्या का कारण पति पत्नी का विवाद बताया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना था कि हरगोविंद सिरफिरा और जिद्दी स्वभाव का है।
इटौरा गांव निवासी हरगोविंद पाल अपनी पत्नी शांति (55) के साथ अकेला रहता था। हरगोविंद का एकलौता पुत्र नीरज उर्फ लल्लू विजयबाड़ा में गोल गप्पे का ठेला लगाकर अपने परिवार के साथ रहता है। हरगोविंद की तीन पुत्रियों रचना, प्रीति और सुलोचना की शादी हो चुकी है। करीब तीन बीघा हरगोविंद के पास जमीन है। जिस पर खेती कर अपने परिवार का गुजर बसर करता था। शुक्रवार की रात हरगोविंद पाल अपनी पत्नी शांति के साथ खेत में कटी गेहूं की फसल की थ्रेसरिंग कराता रहा। रात में ही हरगोविंद और उसकी पत्नी ने गेहूं को घर के अंदर रख लिया था। शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे घर में खाना बना रही पत्नी शांति के साथ किसी बात को लेकर उसका विवाद हो गया।
इसी बीच हरगोविंद ने आक्रोशित होकर शांति के सिर पर कुल्हाड़ी मार हत्या कर दी। हत्या के बाद हरगोविंद घर का दरवाजा बंद कर अपनी बकरियां लेकर चराने के लिए गांव से बाहर निकल गया। करीब दो बजे ग्रामीणों और पड़ोसियों को शंका हुई तो ग्राम प्रधान राजेंद्र तक खबर पहुंची।
ग्राम प्रधान ने हरगोविंद के घर के अंदर जाकर देखा तो शांति जमीन पर खून से लथपथ होकर पड़ी थी। प्रधान ने इसकी सूचना तत्काल मझगवां पुलिस को दी। थानाध्यक्ष पंकज तिवारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक डा.दीक्षा शर्मा ने मौके पर पहुंच कर जायजा लिया। ग्रामीणों ने एसपी को बताया कि हरगोविंद जिद्दी और सिरफिरे स्वभाव का था। हत्या के कारणों का अभी स्पष्ट पता नहीं लग सका है। पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुट गई थी।