मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा है कि जनता की समस्याओं का निराकरण सरकार की प्राथमिकता है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही या शिथिलता अक्षम्य होगी। अधिकारी जनता की समस्याओं को गंभीरता और संवेदनशीलता से लेते हुए उनका समाधान त्वरित और संतुष्टिपरक तरीके से कराएं।
सीएम योगी ने उक्त निर्देश रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान दिए। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने जनता दर्शन में कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री खुद गए और एक-एक कर उनकी समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री ने इस दौरान लोगों से मुलाकात की। आश्वस्त किया कि किसी को भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, सबकी समस्या का समाधान हरहाल में किया जाएगा। जनता दर्शन में कई महिलाएं जमीन से जुड़े विवादों में प्रार्थना पत्र लेकर पहुंची थीं। कुछ की समस्या घरेलू जमीन विवाद की थी तो कुछ की शिकायत थी कि दबंग उनकी जमीनों पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं।
इन शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पारिवारिक सम्पत्ति विवाद का निस्तारण पहले दोनों पक्ष के बीच बातचीत कराकर किया जाए। न होने पर कानूनी तरीके से हल निकाला जाए। जमीन कब्जा की शिकायत पर उन्होंने कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जमीन कब्जाने में पेशेवर प्रवृत्ति वालों को भू माफिया के रूप में चिन्हित कर सख्ती की जाए। किसी भी गरीब की जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करें जो उदाहरण बने। जमीनी विवादों का समाधान तत्परतापूर्वक इस तरह होना चाहिए जिससे पीड़ित व्यक्ति संतुष्ट दिखे।
जनता दर्शन में गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे लोगों को उन्होंने आश्वस्त किया कि पैसे की तंगी से किसी का भी इलाज नहीं रुकने दिया जाएगा। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि संबंधित मरीज के इलाज संबंधी इस्टीमेट की प्रक्रिया को पूर्ण कर इसे जल्द से जल्द शासन को उपलब्ध कराया जाए। इस्टीमेट मिलते ही इलाज के लिए धन अवमुक्त हो जाएगा। जनता दर्शन के दौरान कुछ महिलाओं संग पहुंचे उनके बच्चों को मुख्यमंत्री ने प्यार-दुलार और आशीर्वाद देते हुए चॉकलेट दिया। उन्हें खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया।